जनता के काम अटके, 20 हजार तक आ रहे डम्पर बजरी पर रोक से कई सरकारी-गैर सरकारी प्रोजेक्ट अटक गए। इससे आम जनता भी प्रभावित हुई। जनता के मकान, दुकान या अन्य निर्माणाधीन प्रोजेक्ट भी अटके गए । एेसे में बजरी माफिया सक्रिय हुए और बजरी दुगुने दामों में बिकने लगी। बजरी पर रोक के बावजूद भी खुलेआम अवैध बजरी बिक रही है। जिसमें एक डम्पर की कीमत करीब 20 हजार रुपए तक ली जा रही है।
21 ने बजरी खनन के लिए किया आवेदन 6 को जारी हुए मंशा पत्र (एलओआइ) 11 ने बजरी की एसटीपी के लिए किया आवेदन 7 को जारी हुए मंशा पत्र (एलओआइ)
3 आवेदकों को एनवायरमेंट क्लियरेंस के बाद मिली एसटीपी – बजरी के अवैध खनन पर सरकार ने कदम उठाया है। जोधपुर में 3 प्रोजेक्ट पर काम कर रही एल एण्ड टी, आइआइटी में टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी, रिंग रोड के लिए सद्भाव इंजीनियरिंग को एसटीपी जारी हुई है। अन्य आवेदन भी प्रक्रियाधीन है। श्रीकृष्ण शर्मा, माइनिंग इंजीनियरजोधपुर