अतुल के अनुसार उन्होंने वर्ष 2013 में निगम के यूनिपोल किराए पर लिए थे। उन्होंने कई बार अधिकारियों से संशोधित बिल बनाने को कहा। अधिकारियों के सुनवाई नहीं करने पर उसने मार्च 2017 में निगम को 52 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। इसके बाद भी निगम के अधिकारी उसे बकाया भुगतान के लिए नोटिस भेजते रहे। दूसरी तरफ निगम के अधिकारियों का कहना है कि अतुल को कुल 99 लाख रुपए का बिल दिया गया था। कई बार नोटिस देने के बाद भी उन्होंने भुगतान नहीं किया है।
कई बार दे चुके नोटिस अतुल भंसाली पर करीब 99 लाख रुपए चार साल से बकाया है। इसको लेकर उन्हें कई बार नोटिस भेज चुके हैं। मंगलवार को उन्हें फिर से नोटिस भेजा। बिल को लेकर कोई विवाद नहीं है। बिल ऑडिट के बाद जारी किया गया था। पिछले एक माह में एक दर्जन से अधिक लोगों को यूनिपोल, यूडी टैक्स और अन्य मामलों में नोटिस दिए गए हैं। कुछ लोगों ने राशि जमा भी करवाई है।
दुर्गेश बिस्सा, आयुक्त, नगर निगम नोटिस का चुनाव से कोई संबंध नहीं अतुल भंसाली को निगम की ओर से नोटिस देने का चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
घनश्याम ओझा, महापौर