तीन मुख्य भवन बनेंगे
पशु विज्ञान महाविद्यालय में मुख्यत: अकादमिक भवन, क्लिनिकल कॉम्पलेक्स और पशु फार्म बनेगा। पशु फार्म में गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी जैसे पालतु पशुओं के लिए शोध होगा। महाविद्यालय में 15 विभाग होंगे। सबसे पहले स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम शुरू होगा। स्नातकोत्तर और पीएचडी बाद में शुरू होगी। बीवीएससी एण्ड एएच डिग्री साढ़े पांच साल की होगी, जिसे भारतीय पशु चिकित्सा परिषद से मान्यता प्राप्त होगी। महाविद्यालय बीकानेर स्थित राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय से सम्बद्ध होगा।
पशु विज्ञान महाविद्यालय में मुख्यत: अकादमिक भवन, क्लिनिकल कॉम्पलेक्स और पशु फार्म बनेगा। पशु फार्म में गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी जैसे पालतु पशुओं के लिए शोध होगा। महाविद्यालय में 15 विभाग होंगे। सबसे पहले स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम शुरू होगा। स्नातकोत्तर और पीएचडी बाद में शुरू होगी। बीवीएससी एण्ड एएच डिग्री साढ़े पांच साल की होगी, जिसे भारतीय पशु चिकित्सा परिषद से मान्यता प्राप्त होगी। महाविद्यालय बीकानेर स्थित राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय से सम्बद्ध होगा।
कृषि व पशुपालन का होगा समग्र विकास
‘इस महाविद्यालय से जोधपुर संभाग में कृषि व पशुपालन का समग्र विकास होगा। पशु कल्याण योजना और पशु चिकित्सा की नई तकनीक पर भी कार्य होंगे। प्रो. विष्णु शर्मा, कुलपति, राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर
‘इस महाविद्यालय से जोधपुर संभाग में कृषि व पशुपालन का समग्र विकास होगा। पशु कल्याण योजना और पशु चिकित्सा की नई तकनीक पर भी कार्य होंगे। प्रो. विष्णु शर्मा, कुलपति, राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर