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कांगो फीवर से दो की मौत के बाद जोधपुर एम्स को आया होश, अब मंगवाई रिबाविरीन दवा

locationजोधपुरPublished: Sep 12, 2019 03:41:40 pm

Submitted by:

Abhishek Bissa

इतने दिन बगैर दवा के होता रहा इलाज, कांगो फीवर मृतकों के सम्पर्क में 150 से अधिक लोग आए, एम्स ने 107 जनों के लिए सैंपल

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कांगो फीवर से दो की मौत के बाद जोधपुर एम्स को आया होश, अब मंगवाई रिबाविरीन दवा

जोधपुर. कांगो फीवर से बोरूंदा निवासी महिला और जैसलमेर निवासी युवक की मंगलवार को हुई मौत के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जोधपुर एम्स) में खलबली मची है। एम्स प्रशासन ने मंगलवार को हुई दो रोगियों की मौत के बाद अपने स्तर पर रिबाविरिन दवा मंगवाई है। अब तक बिना इस दवा के ही मरीजों का उपचार किया जा रहा था। कम मात्रा में मंगाई इस दवा एम्स के संदिग्ध डॉक्टर व नर्स को दी जा रही है। जबकि एम्स में और कई डॉक्टर व स्टाफ सदस्य संदिग्ध की श्रेणी में हैं।
इनका लक्षण अनुसार एम्स में ही सर्पोटिंग उपचार चल रहा है। एम्स प्रशासन अब निजी फर्म से अपने स्तर पर दवा मंगवाएगा। दोनों मृत मरीजों के संपर्क में आए सभी स्टाफ व परिजन के सैंपल लिए जा रहे हैं। 7-8 दिनों में दोनों मरीज के संपर्क में करीब 150 जने आए थे। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की टीम भी बुधवार को जोधपुर एम्स पहुंच गई है। टीम ने उपचार के तौर-तरीके से स्टाफ को अवगत कराया है।
एम्स अधीक्षक डॉ. अरविंद सिन्हा ने बताया कि उनके पास रिबाविरीन की बुधवार रात तक की डोज है। उन्होंने और दवा मंगवाई है। मरीज की मौत के बाद परिजन भी चले गए हैं। डॉ. सिन्हा के अनुसार फिलहाल कांगो फीवर संदिग्धों को सिर्फ संदिग्धों को रिबाविरिन दी जा रही है। एम्स प्रशासन ने स्टाफ की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग से गाउन मांगे थे। लेकिन महज पांच गाउन मिले हैं। एम्स स्टाफ को भी कांगो फीवर उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बोरूंदा में 240 घरों में सर्वे बोरूंदा/पीपाड़ सिटी. कांगो फीवर से महिला की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की पांच और वेटरनरी की दो टीमों ने बुधवार को करीब 240 घरों में 1100 लोगों की स्क्रीनिंग की। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. विक्रम चौधरी ने बताया कि मृतक इंदिरादेवी के साथ चिकित्सालय में रही महिलाओं व अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर 98 सैंपल लिए हैं।
मृतक महिला पीपाड़सिटी के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आई थी। पीपाड़सिटी अस्पताल के 11 स्टाफ कर्मियों के भी सैंपल लिए गए हैं। मृतक जोधपुर के एक निजी अस्पताल में भी भर्ती रही थी। वहां भी करीब 15 जनों के सैंपल लिए गए हैं।
पशुबाड़ों में होगा साइपरमेथ्रिन स्प्रे
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में बुधवार शाम हुई बैठक में पशुपालन विभाग, नगर निगम और नई दिल्ली से आई एनसीडीसी टीम ने कांगो की रोकथाम पर चर्चा की। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि शहर के पशु बाड़ों को चिन्हित कर पशुपालन विभाग द्वारा साइपरमेथ्रिन स्प्रे किया जाएगा। मिल्कमैन कॉलोनी में शुक्रवार को लगने वाले पशु मेले को आगामी आदेशों तक निरस्त करने को कहा है। एनसीडीसी दिल्ली के डॉ. सुहास व डॉ. अरुण ने वेक्टर बोन डिजीज रोकने के लिए एंटी लार्वल गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता जताई है। निगम और स्वास्थ्य विभाग ने समन्वय के लिए वाट्सएप गु्रप बनाया है। बैठक में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. ओपी नंदवानी, डॉ. विपिन कुमार, उप सीएमएचओ पीआर गोयल और निगम के स्वास्थ्य निरीक्षक भी मौजूद थे।
फैक्ट फाइल

अब तक लिए कुल सैंपल और पुणे की वायरोलॉजिकल लैब भेजे -233
निगेटिव रिपोर्ट आई-39 जोधपुर में पॉजिटिव आए-2
जोधपुर का रोगी अहमदाबाद में आया पॉजिटिव-1

एम्स में फैकल्टी के बड़े डॉक्टरों के भी लिए सैंपल, सभी संदिग्ध
जिन मरीजों की मौत हुई वे एम्स के आइसीयू में एडमिट थे। आइसीयू में सीनियर फैकल्टी का भी आना-जाना रहा था। इनमें से नेफ्रोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, रेजिडेंट डॉक्टर्स, स्वीपर व वार्ड ब्वॉय के सैंपल लिए गए हैं। कइयों को तेज बुखार भी है।
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