स्टूडेन्ट्स फैडरेशन ऑफ इण्डिया (एसएफ आई) की जेएनवीयू कमेटी के बैनर तले राज्य स्तरीय आन्दोलन के तहत कई विद्यार्थियों ने मुख्य द्वार को बन्द कर लगभग एक घण्टे तक प्रदर्शन किया। छात्रों ने शिक्षा मंत्री के विरोध में भी नारे लगाए। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम कुलपति को ज्ञापन सौंपा।
प्रदेश उपाध्यक्ष एचआर भाटी ने बताया कि वर्तमान सरकार ने वादा किया था कि यदि हमारी सरकार सत्ता में आई तो छात्राओं को फ्री शिक्षा देंगे वही अभी तक फ ीस कम करने का भी नाम नहीं ले रही है। जेएनवीयू सेल्फ फ ाइनेंस सेक्सन के नाम पर विद्यार्थियों से ज्यादा पैसे ले रही है जिसको लेकर आक्रोश है। प्रदर्शन में एसएफआई विवि अध्यक्ष रूखमण साहेलिया, जिला सहसंयोजक अनुज परिहार, छात्रनेता रूपेश तंवर, श्याम लेखावत, भूपेन्द्र गेंवा, भंवर परिहार, महेन्द्र लुंकड़, अजय मेघवाल, सूरज मेघवाल, महादेव भाटी, अशोक मकवाणा, भवानी सिंह, भीमराज, पीन्टू चौहान, रोहित मेग, सीमरन भील, दीनदयाल पंवार सहित सैकडों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
एसएफआई के अलावा बीए बीएड/बीएससी बीएड के छात्र-छात्राओं ने पुनर्मूल्यांकन का परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। छात्र-छात्राओं का कहना था कि दो साल पूरा होने के बाद अभी तक प्रथम वर्ष पूरा नहीं हुआ है। इसके अलावा एमए मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने सामाजिक मनोविज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र में एक प्रश्न छूटने पर बोनस अंकों की मांग की है।
पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग
छात्रों के एक समूह ने छात्र हित की विभिन्न मांगों को लेकर केंद्रीय कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्य द्वार बंद करके सडक़ पर ही लेट गए। पुलिस ने समझाइश की लेकिन वे नहीं माने। तब पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शन में हरेंद्र चौधरी सहित कई छात्र शामिल थे।