पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) सचिन मित्तल ने बताया कि रात आठ बजे बाद शराब की दुकान से शराब की बिक्री होने की जांच कराने के लिए डेकॉय ऑपरेशन (फर्जी ग्राहक भेजकर) किया गया। आइजी कार्यालय के कांस्टेबल परसाराम व संदीप सोमवार रात ९.१५ बजे रोहट स्थित शराब की एक दुकान पहुंचे। दुकान बंद मिली। आवाज लगाने पर पीछे स्थित कमरे में सो रहा कर्मचारी बाहर आया। सिपाहियों ने उनसे शराब मांगी। कर्मचारी ने पहले तो इनकार कर दिया, लेकिन बार बार आग्रह करने पर उसने कुछ दूरी पर जालोर चौराहा स्थित मां भवानी होटल पर शराब मिलने की जानकारी दी। दोनों सिपाही होटल पहुंचे और शराब का पव्वा मांगा। रुपए लेने के बाद मालिक ने कर्मचारी को शराब का पव्वा लाने भेजा। इतने में एक और ग्राहक आ गया। उसने बीयर की बोतल मांगी तो कर्मचारी शराब के पव्वे के साथ बीयर की बोतल लेकर आया और दोनों को सौंप दी। सिपाहियों ने इसकी सूचना आइजी सचिन मित्तल को दी। आइजी ने पाली के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा को कार्रवाई के निर्देश दिए।
एसपी के निर्देश पर विशेष टीम ने मंगलवार देर रात मां भवानी होटल में दबिश दी, जहां कमरे में छुपाकर रखे बीयर के चार और शराब के दो कार्टन जब्त किए गए। पुलिस ने होटल मालिक बोरानाडा निवासी सुखाराम पुत्र झूंझारराम देवासी को गिरफ्तार किया। रोहट थाने में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसपी के निर्देश पर विशेष टीम ने मंगलवार देर रात मां भवानी होटल में दबिश दी, जहां कमरे में छुपाकर रखे बीयर के चार और शराब के दो कार्टन जब्त किए गए। पुलिस ने होटल मालिक बोरानाडा निवासी सुखाराम पुत्र झूंझारराम देवासी को गिरफ्तार किया। रोहट थाने में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
होटल से बरामद शराब कस्बे के शराब ठेके से खरीदी गई थी। संभवत: ठेका संचालक की मिलीभगत से होटल पर शराब बेची जा रही थी।
होटल के पीछे प्रथम मंजिल पर छुपी थी शराब होटल के काउंटर पर शराब की बोतल का भुगतान करने के बाद दोनों सिपाही होटल कर्मचारी के पीछे-पीछे गए। जो पीछे ऊपर बने एक कमरे में गया और शराब का पव्वा व बोतल लेकर आया।
थानाधिकारी को रखा कार्रवाई से अलग
होटल के पीछे प्रथम मंजिल पर छुपी थी शराब होटल के काउंटर पर शराब की बोतल का भुगतान करने के बाद दोनों सिपाही होटल कर्मचारी के पीछे-पीछे गए। जो पीछे ऊपर बने एक कमरे में गया और शराब का पव्वा व बोतल लेकर आया।
थानाधिकारी को रखा कार्रवाई से अलग
आइजी के निर्देश पर एसपी की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान रोहट थानाधिकारी कमल गहलोत को पूरी कार्रवाई से अलग रखा गया। कार्रवाई करने के बाद टीम के थाने पहुंचने पर उन्हें पता लग पाया।