script‘फिशिंग व फ्रॉडÓ के जाल में फंसे देश के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक | Handicraft Exporter of the country trapped in the trap of 'Fishing and | Patrika News

‘फिशिंग व फ्रॉडÓ के जाल में फंसे देश के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक

locationजोधपुरPublished: Nov 18, 2018 09:08:29 pm

Submitted by:

Amit Dave

जोधपुर के निर्यातकों के एक वर्ष में 50 करोड़ रुपए फंसे निर्यातक भारतीय दूतावास से कर रहे सहयोग की मांग

jodhpur

‘फिशिंग व फ्रॉडÓ के जाल में फंसे देश के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक


जोधपुर।
देश में ‘फिशिंग व फ्रॉडÓ के मामले बढ़ते जा रहे है। वर्तमान में इसमें देश सहित जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक फिशिंग व फ्रॉड के जाल में फंसते जा रहे है। जोधपुर के कई छोटे-बड़े हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक इन दिनों विदेशी ग्राहकों के फ्रॉड मामलों में बड़ी रकम फ ंसा चुके है । हाल ही में जोधपुर के कई निर्यातकों को इसी प्रकार के मामलों में एक वर्ष में करीब ५० करोड़ रुपए गवाएं है। अमरीका के डिस्कवरी फर्नीचर नाम से एक रजिस्टर्ड ग्राहक ने जोधपुर के कई निर्यातकों को चुना लगाया है। जोधपुर के 6 से ज्यादा निर्यातकों से करीब 10 करोड़ रुपए से ज्यादा का माल हड़प चुका है । यहां के कई निर्यातकों के माल हड़पने के बाद उसने अपने आप को देवालिया घोषित कर दिया। थोड़े दिनों बाद उसने डिस्को वेयरहाउस नाम से नई फ र्म बनाई और फि र से काम करना शुरू कर दिया । ऐसे ही एक मामले में आस्ट्रेलिया के एक ग्राहक ने जोधपुर के निर्यातक से करोड़ों को माल मंगाकर माल को खराब बताया व बकाया राशि देने से मना कर दिया।

बढ़ रहा है क्रेज, और फंसते जा रहे है
जोधपुर में हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्ट बिजनेस का क्रेज बढ़ता जा रहा है। शहर के युवा डॉक्टर, इंजीनियर सहित अन्य युवा हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर बनना चाहते है। नए काम शुरू करने, ऑर्डर मिलने की खुशी कई नए निर्यातक अपना पैसा फ ंसा देते है। माल का एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (ईसीजीसी) से बिना इंश्योरर्ड कराए ग्राहकों को माल भेज देते है।इसके अलावा, विदेशों में अटके पैसों को निकलवाने के लिए कोई सख्त कानून भी नहीं है।
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क्या है फिशिंग फिशिंग
हैकर्स द्वारा इंटरनेट पर नकली वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से की गई धोखेबाजी को कहते है। जिसमें हैकर किसी की निजी जानकारी को धोखेबाजी से चुरा लेते हैं और उसका गलत उपयोग करते है। जनता को लुभाने का यह काम आमतौर पर लोकप्रिय सामाजिक वेबसाइटों, नीलामी साइटों, बैंकों, ऑनलाइन भुगतान प्रोसेसर या आईटी प्रशासकों के नाम पर किया जाता है।

‘फिशिंग व फ्रॉडÓ मामले में जोधपुर के निर्यातकों के फंसने के मामले बढ़ रहे है। एसोसिएशन की ओर से ऐसे विदेशी ग्राहकों को टाइम बाउंड कर भारतीय दूतावासों के सहयोग से अटके पैसे निकलवाने की कोशिश की जा रही है । ऐसे फ्रॉड ग्राहकों की एक ब्लेक लिस्ट भी तैयार की गई है । साथ ही, देशभर के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातकों से इस समस्या पर चर्चा की जा रही है।
डॉ. भरत दिनेश, अध्यक्ष
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
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