राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि हमेशा यह शिकायत रही है कि पुलिस समाज की मित्र नहीं है। आज आपके ऊपर बड़ा दायित्व है। इसकी गरिमा व गौरव को समझो। जनता के साथ मित्र बनकर रहो। अपराधी, माफिया, साइबर क्रिमिनल ये आपके दुश्मन है। जो नागरिक दिनभर रोजी रोटी कमाकर घर आता है। बच्चे पालता है। देश को चलाने में जिसका योगदान है, उससे ढंग से पेश आओ।
राज्यपाल ने पुलिस को कहा कि जिस तरह सीमा पर लडऩे वाले सम्मान के पात्र है, उसी तरह गली-मौहल्ले में पहरा देने वाला पुलिसकर्मी भी सम्मान पाने का उतना ही हकदार है। लेकिन इसके लिए पुलिस को जनता से मित्रता रखनी पड़ेगी, फिर जनता भी सेना की तरह पुलिस की पूजा करेगी।
पुलिस ने जनता में भय कितना दूर किया?
कल्याण सिंह ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि पुलिस का काम तब तक पूरा नहीं होता, जब तक समाज भयभीत रहता है। पुलिस ने भय कितना दूर किया है? जब तक भय रहेगा, समाज सुरक्षित नहीं रहेगा।
कल्याण सिंह ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि पुलिस का काम तब तक पूरा नहीं होता, जब तक समाज भयभीत रहता है। पुलिस ने भय कितना दूर किया है? जब तक भय रहेगा, समाज सुरक्षित नहीं रहेगा।
लिखित उद्बोधन खत्म बाद पुलिस को दी सीख
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने लिखित भाषण पढ़ा। उसमें आदर्शात्मक बातें अधिक थी। लिखित भाषण खत्म होने के बाद लोगों को लगा कि राज्यपाल का उद्बोधन खत्म हो गया और उन्होंने तालियां बजानी शुरू कर दी तब कल्याण सिंह ने लिखित भाषण की कॉपी अलग रखकर फिर सीधा पुलिस को संबोधन किया।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने लिखित भाषण पढ़ा। उसमें आदर्शात्मक बातें अधिक थी। लिखित भाषण खत्म होने के बाद लोगों को लगा कि राज्यपाल का उद्बोधन खत्म हो गया और उन्होंने तालियां बजानी शुरू कर दी तब कल्याण सिंह ने लिखित भाषण की कॉपी अलग रखकर फिर सीधा पुलिस को संबोधन किया।
सभागार में जेल डीजी से लेकर पुलिस कमिश्नर तक सभागार में विवि के कुलपति व पुलिस महानिदेशक(जेल) एनआरके रेड्डी, पूर्व कुलपति व आईपीएस एमएल कुमावत, जोधपुर पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर रेंज सचिन मित्तल, एसीपी, कई थानाधिकारी, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक आईपीएस अमित लोढ़ा सहित कई पुलिस कर्मी व महिला पुलिस उपस्थित थी।