उद्यमियों की शिकायत है कि रीको सालाना डेढ़ से दो करोड़ रुपए सर्विस चार्ज लेता है। जबकि उनके अनुरूप सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। बासनी औद्योगिक क्षेत्र की समस्याएं पुरानी हैं, लेकिन उनका समाधान नहीं हैं।
बासनी क्षेत्र में अधिकांश फैक्ट्रियों के बाहर कचरे का मलबा पड़ा है। फैक्ट्रियों के पास से गुजरने वाले नाले लाल,पीले, नीले बदबूदार गंदे पानी से अटे पड़े हैं। नालों में कचरा भी पड़ा है। केमिकलयुक्त पानी से गंदगी फैल रही है। बासनी क्षेत्र के लगभग गलियों के यही हाल हैं।
पूरे क्षेत्र में सडक़ें टूटी हैं, जिनकी मरम्मत भी लंबे समय से नहीं हुई है। इसके अलावा, वर्तमान ज्वलंत समस्या टैक्सटाइल फैक्ट्रियों से निकलने वाले गंदे पानी की रोकथाम के लिए कारगर उपाय नहीं है। एनजीटी की ओर से सख्ती और फैक्ट्रियों के बंद कराने के आदेश भी हाल नहीं सुधरे हैं।
धड्ल्ले से हो रहे अतिक्रमण इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्र में रीको प्रशासन की ठोस कार्रवाई के अभाव में अतिक्रमियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। इसीका नतीजा है की रीको की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है।
रीको के अधिकार क्षेत्र वाली भूमि पर बासनी रेलवे स्टेशन रोड, एम्स रोड, एम्स आवासीय परिसर से रीको औद्योगिक क्षेत्र को जोडऩे वाले मार्ग, बासनी पुलिस स्टेशन के समीप आदि जगहों पर अतिक्रमण की भरमार है। यहां पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर भी कब्जा कर सामान बेचा जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो बासनी क्षेत्र में रीको के अधिकार क्षेत्र वाली भूमि पर लम्बे समय से अतिक्रमण है, लेकिन अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध रीको के ही कई अधिकारियों की मौन शह होने से कार्रवाई नहीं की जाती है। रसूखदारों की शह होने से भी अतिक्रमणकारी कार्रवाई से बच जाते हैं। ऐसे में ठोस कार्रवाई के अभाव में जहां वाहन चालक व राहगीर परेशान हैं, वहीं अतिक्रमणकारियों की मनमानी बदस्तूर जारी है।
दो माह पूर्व की थी कार्रवाई रीको के अधिकार क्षेत्र में आने वाली भूमि पर अतिक्रमण के संबंध में रीको की ओर से पूर्व में भी दो माह पूर्व कार्रवाई की गई थी। सडक़ सीमा व सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाए जाएंगे। विनित गुप्ता, रीजनल मैनेजर रीको
जनप्रतिनिधि भी गंभीर नहीं
बासनी औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति खराब है। करोड़ों रुपए सर्विस चार्ज लेकर भी रीको सुविधाएं नहीं दे रहा है। समय-समय पर रीको को अवगत भी कराया गया। जनप्रतिनिधि भी औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। आशाराम धूत, पूर्व अध्यक्ष
बासनी औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति खराब है। करोड़ों रुपए सर्विस चार्ज लेकर भी रीको सुविधाएं नहीं दे रहा है। समय-समय पर रीको को अवगत भी कराया गया। जनप्रतिनिधि भी औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। आशाराम धूत, पूर्व अध्यक्ष
जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन