विशेषज्ञ की तरह उठाए मुद्दे कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र परिषद, निशस्त्रीकरण व अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा समिति, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, ऐतिहासिक सतत संकट समिति, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, लोकसभा, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन, प्रेस कोर सहित 8 समितियों को शामिल किया गया। विद्यार्थियों ने न सिर्फ हुबहू कार्यवाही को अंजाम देने का प्रयास किया, बल्कि विशेषज्ञ के तौर पर मुद्दों को उठाया। इससे पूर्व रविवार को कार्यक्रम की शुरुआत ‘पेपर प्रजेन्टेशन’ व ‘सोल्यूशन-सत्र’ के साथ हुई। इसके बाद में रेजोल्यूशन-सत्र के अन्तर्गत प्रतिभागियों ने अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने विचारों से कार्यकारी परिसर को अवगत कराया।
निशस्त्रीकरण एवं अन्तरराष्टीय सुरक्षा समिति
इस समिति ने हथियारों के भंडार को समाप्त करने पर पूर्ण सहमति से निर्णय लिया। जिसमें शामिल हुए सभी देशों के प्रतिनिधियों ने ‘परमाणु अप्रसार संधि’ पर हस्ताक्षर किए। वहीं उत्तर अटलांटिक संधि सगठन (नाटो) के अन्तर्गत संगठन के सदस्यों द्वारा ऊर्जा के जटिल आधारभूत संरचना की सुरक्षा, ऊर्जा संसाधनों के व्यापार तथा ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बहुमत से प्रस्ताव पारित किया गया। Jodhpur
समापन सत्र में दिए पुरस्कार, छाई देशभक्ति शाम को समापन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के विद्यार्थियों ने देशभक्ति रचनाओं पर प्रस्तुति देकर दिल जीत लिया। मुख्य अतिथि संवाद संस्था के संस्थापक अरविंद भट्ट ने पुरस्कार दिए। संयुक्त राष्ट्र परिषद में ऋतिका उत्तम व दिविजा शर्मा, निशस्त्रीकरण व अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा समिति में अनन्या देव, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में शौर्य जिंगल, ऐतिहासिक सतत संकट समिति में रोशनी राजानी, अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में नीलम सोयल, लोक सभा में शिवानी शर्मा, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में चेतना बोहरा व प्रेस कोर में बेस्ट फ ोटोग्राफ र के रूप में चेल्सी व रिपोर्टर के रूप में ईरा कंसारा को पुरस्कृत किया गया। विद्यालय निदेशक बीएस यादव ने भी संबोधित किया। संयोजक प्रदीप पुरोहित ने धन्यवाद ज्ञापित किया।