पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गणेशगढ़ आश्रम से सटे मैदान में देर रात कुछ युवक वॉलीबाल खेल रहे थे। इस दौरान किसी ने मैदान में पत्थर फेंके। जवाब में खेल रहे युवकों ने भी पत्थर फेंके। इससे मामला गर्मा गया। बड़ी संख्या में एक गुट के लोग वहां जमा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। सडक़ पर खड़े वाहनों के साथ ही मकानों पर भी पत्थर फेंके गए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने मकानों में घुसकर या किसी की आड़ में खड़े होकर बचाव का प्रयास किया। पथराव से कई लोगों के सिर फूट गए और आधा दर्जन से अधिक लोगों के चोटें आईं।
हालांकि विवाद का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि मैच में बॉल मैदान से बाहर आने के बाद पत्थर फेंकने से विवाद शुरू हुआ। कई थानों की पुलिस पहुंची
पथराव शुरू होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। खाण्डा फलसा थाने से काफी देर बाद जीप में चंद पुलिसकर्मी मौके पर आए, लेकिन भीड़ व तनावपूर्ण स्थिति के आगे वे बेबस रहे। बाद में पुलिस व आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता बुलाया गया। कई थानों की पुलिस मौके पर आई और लोगों से समझाइश की। क्षेत्रवासियों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष रोष जताते हुए आरोप लगाया कि क्षेत्र के पूर्व पार्षद ने लोगों को भडक़ाया, जिससे हालात तनावपूर्ण हुए।
मकानों में फेंके पत्थर, कई वाहन क्षतिग्रस्त मैदान से शुरू होने वाला पथराव आस-पास के मकानों पर जा पहुंचा। आरोप है कि एक गुट के लोगों ने मकानों पर भी पत्थर फेंके। बाहर खड़े वाहनों पर भी पथराव किए गए। कई वाहनों के शीशे फूट गए। मौके पर पहुंची पुलिस व आरएसी के अतिरिक्त जाब्ते ने स्थिति नियंत्रित कर कई लोगों को हिरासत में भी लिया।