शहर में तकनीकी कर्मचारियों और कनिष्ठ अभियंताओं की कमी के कारण शहर में कई स्थानों पर आए फॉल्ट घंटों तक दुरुस्त नहीं हो पाए। रातानाडा क्षेत्र का काफी हिस्सा ११ केवी लाइन फॉल्ट होने से ६ घंटे से अधिक समय तक अंधेरे में रहा। एफआरटी टीम और ठेका कर्मचारियों के भरोसे ही फॉल्ट दुरुस्त करने का काम रहा। लेकिन अत्यधिक दबाव के कारण समय पर सप्लाई सुचारु नहीं हो पाई।
कनिष्ठ अभियंताओं और तकनीकी कर्मचारियों का ग्रेड पे बढ़ाने का मुद्दा इस आंदोलन में प्रमुख मांग है। कनिष्ठ अभियंता शीशपाल तांडी ने बताया कि पूर्व में जुलाई माह में भी आंदोलन हुआ तो सरकार ने आश्वासन दिया कि मंागें मानी जाएगी। लेकिन पांच सूत्री मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा अभियंता व कर्मचारी बिजली निगम में किसी भी प्रकार के निजीकरण का विरोध भी कर रहे हैं।
बिजली इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ जोधपुर डिस्कॉम बेजोड़ की एक बैठक सोमवार को हुई। इसमें संरक्षक डी.के व्यास के मार्गदर्शन में कनिष्ठ अभियंताओं के वेतनमान के संदर्भ में जो आंदोलन चल रहा है उसमें कनिष्ठ अभियंताओं के वेतनमान के बारे में एक ज्ञापन देने का निर्णय किया गया।