ब्यूरो के उप महानिरीक्षक हरेन्द्र महावर ने बताया कि बालरवा गांव के एक किसान की शिकायत पर पटवार मण्डल बालरवा की पटवारी केकड़ी निवासी सोनिया पुत्री कैलाश रैगर और बालरवा निवासी ई-मित्र संचालक विजयवीर सिंह पुत्र महावीर सिंह को दस हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सत्यापन के बाद परिवादी पटवार मण्डल कार्यालय में पटवारी सोनिया को रिश्वत देने पहुंचा था। ई-मित्र संचालक भी वहीं मौजूद था। पटवारी के कहने पर परिवादी ने ई-मित्र संचालक को दस हजार रुपए दे दिए। फिर दोनों कार्यालय से बाहर आ गए। ई-मित्र संचालक मोपेड पर पटवारी को बस स्टैण्डछोड़ने निकल गया। रास्ते में एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में दस हजार रुपए भी बरामद हो गए। डेढ़ माह पहले शिकायत की पुष्टि ब्यूरो निरीक्षक अनू चौधरी ने बताया कि पारिवारिक बंटवारे के बाद परिवादी को जमीन का नामांतरण, शुद्धीकरण और रहन मुक्त के साथ म्युटेशन भरवाना था। उसने पटवारी सोनिया से सम्पर्क किया तो 12 हजार रुपए रिश्वत मांगी गई। 5 मार्च को परिवादी ने एसीबी की ग्रामीण चौकी में शिकायत दी। ब्यूरो ने 7 मार्च को गोपनीय सत्यापन करवाया तो रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
दो दिन पहले जाल बिछाया, लेकिन पटवारी बच गईं सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई थी, लेकिन परिवादी खेती में व्यस्त हो गया। इसके चलते कार्रवाई में देरी हुई। दो दिन पहले एसीबी ने पटवारी को पकड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे।