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जोधपुर

आसाराम का फैसला आज, जोधपुर हाईअलर्ट पर

अपने ही गुरुकुल की नाबालिग से यौन दुराचार के आरोपी आसाराम की किस्मत का बुधवार को जोधपुर सेंट्रल जेल में लगने वाली विशेष कोर्ट में फैसला होगा।

जोधपुरApr 24, 2018 / 11:34 pm

M I Zahir

asaram

Asaram in jodhpur

जोधपुर . अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में चार साल सात माह से जोधपुर जेल में बंद आसाराम व उसके चार अन्य सेवादारों को बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा। इसके लिए जेल में विशेष कोर्ट बनाया गया है। बैरक नम्बर दो में बने कोर्ट में सुबह आठ बजे बाद न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा फैसला सुनाएंगे। आसाराम को छोड़कर चार अन्य आरोपी अभी जमानत पर हैं। वे फैसले के समय उपस्थित रहेंगे। पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ व डीसीपी अमनदीपसिंह ने मंगलवार को जेल का दो बार दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। पिछले दिनों से शहर में निषेधाज्ञा लागू है। जोधपुर पुलिस हाई-अलर्ट पर है। शहर को पूरी तरह सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। प्रवेश मार्गों पर चौबीस घंटे नाकाबंदी चल रही है।
सुबह 8 बजे जज-वकीलों की एंट्री, मीडिया पर रोक
जेल डीआईजी विक्रम सिंह ने बताया कि सुनवाई को लेकर जेल में कोर्ट लगाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुबह ८ बजे जज, वकील व अन्य अधिकारी जेल में प्रवेश करेंगे। इधर, जेल में कवरेज के लिए मीडियाकर्मियों की ओर से लगाए गए प्रार्थना पत्र को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। आसाराम के समर्थकों के शहर में आने की खबर को लेकर पुलिस ने रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैण्ड पर सुरक्षा बढ़ा दी है।

ये हैं आरोपी

– आसाराम – मुख्य आरोपी- शिवा उर्फ सवाराम- प्रमुख सेवादार – प्रकाश द्विवेदी-रसोईया – शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता – शरदचंद्र उर्फ शरतचंद्र

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पुलिस हाई अलर्ट पर
पुलिस ने शहर को पूरी तरह सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। प्रवेश मार्गों पर नाकाबंदी कर दी गई है। बाहर से आने वाले वाहन व लोगों में आसाराम समर्थकों पर नजर रखी जा रही है। समर्थकों को शहर से बाहर रखने व कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1400 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। आपातकालीन परिस्थिति के लिए 700 पुलिसकर्मी रिजर्व रखे गए हैं। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमनदीपसिंह कपूर ने बताया कि पुलिस अधिकारी व जवान दो चरणों में सड़क पर तैनात हैं। पुलिस थानों में दो सौ और लाइन व पुलिस कन्ट्रोल रूम में पांच सौ पुलिसकर्मी रिजर्व रखे गए हैं। आरएसी की छह कम्पनियां बुलाई गई हैं। प्रत्येक में करीब नब्बै अधिकारी व जवान शामिल हैं। इनमें स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की तीन कम्पनियां शामिल हैं।
अर्दलियों को ड्यूटी पर बुलाया

पुलिस इतनी सतर्कता बरत रही है कि अधिकारियों के कार्यालयों के अर्दलियों तक की ड्यूटी लगाई गई है। महिला समर्थकों के आने की आशंका के चलते हाडी रानी बटालियन व महिला पुलिस अधिकारी लगाए गए हैं। उधर, रेलवे स्टेशन व रेलों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ व जीआरपी ने भी तैयारी की है। आरपीएसएफ ने आरएसी की एक कम्पनी और राजकीय रेलवे पुलिस ने करीब सौ जवानों को बुलाया है।
लाइन से जेल तक पुलिस का रूटमार्च

डीसीपी कपूर के नेतृत्व में पुलिस, आरएसी, एसटीएफ के जवानों ने हथियारों के साथ शाम को पुलिस लाइन से भाटी चौराहा, सुभाष चौक, जेल के पिछले रास्ते से होकर जेल तक रूटमार्च किया।
हर जगह पुलिस ही पुलिस, समर्थक नदारद
हरियाणा में कथित संत राम-रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद उपजे उपद्रव को देखते ही पुलिस जोधपुर में हाई अलर्ट पर है। दो सप्ताह से पुलिस सतर्कता बरत रही है। शहर में आने वाले प्रत्येक वाहन में आसाराम के समर्थकों पर नजर रखी जा रही है। होटल, सराय व ढाबों की हर चार-चार घंटे में तलाशी ली जा रही है। पाल स्थित आसाराम के आश्रम को खाली करवा दिया गया है। आश्रम की गायों का रखरखाव व चारा-पानी का जिम्मा पुलिस ने लिया है। शहर में सुबह दो समर्थकों को पुलिस ने पकड़कर तस्दीक के बाद गंतव्य को भेज दिया।
खुफिया इनपुट: पुलिस अधिक, समर्थक रहेंगे नगण्य
समर्थकों की अधिक संख्या व कानून-व्यवस्था भंग होने की आशंका के चलते पुलिस व खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं। खुफिया एजेंसियों को गत सप्ताह आशंका थी कि फैसले के दिन शहर में पच्चीस से तीस हजार समर्थक आ सकते हैं। सुरक्षा इंतजामों के चलते गत दिनों आए इनपुट में यह संख्या कम होकर पांच से सात हजार रह गई। अब फैसले की घड़ी सिर पर है, तो समर्थकों की मौजूदगी की संभावित संख्या बहुत कम मानी जा रही है। खुफिया एजेंसियों की मानें तो बुधवार को एक हजार से भी कम समर्थक शहर में होंगे।
दंगारोधी दस्ता व वाटर कैनन
उपद्रव व कानून व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए पुलिस ने हरसंभव प्रयास किए हैं। पुलिस व आरएसी के अलावा दंगारोधी दस्ता, वरुण व वज्र वाहन और वाटर कैनन दस्ता भी तैनात किया कर दिया गया।
स्टेडियम में बनाई अस्थाई जेल

जेल के आस-पास या शहर के किसी भी क्षेत्र में नजर आने वाले समर्थकों को पकड़कर बैठाए रखने के लिए पुलिस ने बरकतुल्लाह खां स्टेडियम व उम्मेद राजकीय स्टेडियम में अस्थाई निरुद्ध गृह यानी अस्थाई जेल बनाई है। पुलिस के दो निरीक्षकों को प्रभारी बनाया गया है। शहर में सुबह मिले दो समर्थकों को उम्मेद स्टेडियम अस्थाई जेल से गंतव्य को भेजा गया। फैसले के बाद शहर में समर्थक नजर आते हैं, उनको पकड़कर वाहनों से अस्थाई जेलों में लाया जाएगा।
रेलवे स्टेशन का दूसरा द्वार बंद
समर्थकों के ट्रेन से पहुंचने की सूचना के बाद रेलवे ने मुख्य रेलवे स्टेशन के केंद्रीय कारागृह की ओर खुलने वाले दक्षिणी द्वार को मंगलवार रात 8 बजे से बुधवार रात 12 बजे तक के लिए बंद कर दिया। रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि यात्री रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार से ही आ व जा सकेंगे।
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