इससे पूर्व गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में मूल सिंह ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन ने जानबूझकर उसके हिस्से के मतों को खारिज कर हराया है। विवि के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रो. अवधेश शर्मा और पीआरओ रामनिवास ग्वाला ने मतगणना को प्रभावित किया है। मूलसिंह गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। साथ ही वे विवि की ग्रीवेंस रिड्रेसल सैल को मतगणना पर आपत्ति देने व कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय जाने की बात कही। पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आनंद सिंह भी उनके साथ थे। मूल सिंह ने कहा मतगणना कक्ष में कांग्रेसी विचारधारा के अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी थी। मतगणना के लिए केवल विज्ञान संकाय के शिक्षकों को लगाया गया। पुनर्मतगणना में मूल सिंह ने एनएसयूआई प्रत्याशी सुनील चौधरी के 83 वोट पर आपत्ति की लेकिन 26 वोट ही खारिज माने गए और शेष वापस जोडकऱ सुनील को 9 वोट से जीता दिया। मतगणना कक्ष में मोबाइल की अनुमति नहीं थी लेकिन मतगणना कक्ष के फोटो सोशियल मीडिया पर वायरल हो रहे थे।
जेएनवीयू कर्मचारियों ने की पेन डाउन हड़ताल
एक ओर जहां जेएनवीयू के बाहर एबीवीपी की ओर से बंद कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। वहीं विवि के भीतर कर्मचारियों ने भी पेन डाउन हड़ताल कर काम का बहिष्कार किया। इस अवसर पर विवि के कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यालय में कार्यों का पूर्णत: बहिष्कार किया और एकजुट होकर कुलपति कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें विवि कर्मचारियों ने सातवें वेतन आयोग के तहत लाभ दिए जाने सहित अन्य मांगे कुलपति के समझ रखीं। विवि कार्यालयों में सन्नाटा छाया रहा।
जोधपुर के राजकीय महाविद्यालय में तालाबंदी जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड प्रथम पुलिया स्थित राजकीय महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों में हुई धांधली को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर एबीवीपी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर जमकर रोष प्रकट किया। इस दौरान बढ़ रहे विवाद को लेकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की और मामला शांत करवाया। प्रदर्शनकारियों को थाने ले जाकर मामला शांत करवाने की अपील की। इससे पूर्व महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने बताया कि मतदान के बाद बिना अनुमति के मत पेटियां महाविद्यालय से बाहर गईं फिर बिना किसी पुलिस सुरक्षा के वापस लाई गईं, मत पेटियों के ट्रेजरी में भेजे जाने के सीसीटीवी फुटेज जारी करने, मतदान दिवस पर उम्मीदवार के एजेंट को मतगणना के दिन अंदर की अनुमति किसने दिए जाने आदि संबंधी सवालों के जवाबों की मांग की है।