विभिन्न रस्मों के साथ हुआ आयोजन
मंदिर समिति के गजेंद्र वर्मा ने बताया कि ईसर की बारात से पूर्व रविवार को गवर-ईसर की हल्दी, घी और पीटी की रस्म निभाई गई। वहीं गवर माता का सोने-चांदी के आभूषणों सहित वेशभूषा और अन्य आवश्यक सामग्री से मायरा भरा गया। समारोह के तहत सभी भक्तों, सदस्यों और क्षेत्र के लोगों ने नाच गाने के साथ धूमधाम से बंदोली भी निकाली। उन्होंने बताया कि तीसरे दिन मंगलवार को प्रसादी का आयोजन हुआ। समारोह में ओमप्रकाश वर्मा, मनीष वर्मा, हरिओम चौहान, अशोक सैन, अरविंद सैन सहित शक्तिपीठ के कार्यकर्ता भाग ले रहे है।