पहला प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन व दूसरा प्रश्न पत्र विषय से संबंधित होगा। प्रथम प्रश्न पत्र २०० व द्वितीय प्रश्न पत्र ३०० अंकों का होगा। प्रत्येक प्रश्न के लिए दो अंक निर्धारित है। प्रथम प्रश्न पत्र में १०० प्रश्न होंगे। जबकि द्वितीय प्रश्न पत्र में १५० प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों ही प्रश्न पत्रों में निगेटिव मार्र्किंग रहेगी। प्रथम प्रश्न पत्र में राजस्थान का भूगोल, इतिहास, संस्कृति व सामान्य ज्ञान के ८० अंक, राजस्थान की समसामायिकी के २०, अंक, विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान ६० अंक और शिक्षा मनोविज्ञान के ४० अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे।
प्रथम प्रश्न पत्र के पाठ्यक्रम में २०० अंकों में से १०० अंक राजस्थान से संबंधित टॉपिकों के लिए है। अत: अभ्यर्थियों को राजस्थान के सामान्य ज्ञान सहित अन्य टॉपिकों पर पूरा फोकस करना होगा। इस भाग पर मजबूत पकड़ से अभ्यर्थी स्कोर को काफी आगे बढ़ा सकते है। एक साथ कई विभागों की भर्ती होने के कारण युवा काफी भ्रमित हो रहे है। एक्सपर्ट का कहना है कि अभ्यर्थियों को एक ही परीक्षा पर फोकस करना होगा। क्योकि दो परीक्षाओं के चक्कर में कई बार एक भी परीक्षा की ढंग से तैयारी नहीं हो पाती है।
सफलता के लिए नियमित अध्ययन के लिए विषयवार कलैण्डर बनाया जाए। कई बार अभ्यर्थी नोट्स सहित अन्य पुस्तकों के सहारे ही तैयारी करता है। इसलिए अभ्यर्थियों को बोर्ड या अच्छे लेखक की पुस्तकों से ही तैयारी करनी चाहिए। भूगोल व इतिहास की तैयारी मानचित्र की सहायता से करें, ताकि पढ़ी हुई सामग्री लंबे समय तक याद रहे।