जानकारी के अनुसार सांगोद (कोटा) निवासी भारत का परिवार हरियाणा के नारनौल में मजदूरी करता है। भारत अपनी पत्नी सीता, रामलाल व पूजा के साथ अलग-अलग मोटरसाइकिलों पर सवार होकर रामदेवरा जा रहे थे। झुंझुनूं से करीब सात किमी दूर जाने के बाद सीता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। भारत व रामलाल मोटरसाइकिल से महिला को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल लाए तथा यहां पर महिला चिकित्सक सोनिया सैनी को दिखाया। परिजनों का आरोप है कि डॉ. सैनी ने सोनोग्राफी व खून सहित अन्य जांच लिखी। परिजन जांच के लिए सीता को अस्पताल के बाहर लेकर गए, वहां पर निजी लैब संचालक ने सभी जांचों के करीब दो हजार रुपए से ज्यादा मांगे।
इधर, सीता के प्रसव पीड़ा तेज होने लगी। जांच में समय लगता देख, परिजन बिना जांच करवाए ही सीता को अस्पताल लाने लगे। रास्ते में पार्किंग स्थल पर वाहनों की ओट में पति को प्रसव कराना पड़ा। बाद में हंगामा होने पर कार्यवाहक पीएमओ डॉ. शुभकरण कालेर मौके पर आए और प्रसूता को वार्ड में भर्ती कराया। डॉ. कालरे ने बताया कि मामले की जांच करवाई जाएगी।
– पीडि़त पक्ष व डॉ. सोनिया सैनी से पूछताछ की गई है। पीडि़त पक्ष ने बताया कि डॉ. सोनिया सैनी ने कुछ जांच लिखी तथा जांच बाहर करवाने की बात कही। इस दौरान पार्किंग स्थल के पास महिला को बच्चा हो गया। वहीं डॉ. सोनिया का कहना है कि वे उनके पास आए थे। महिला को भर्ती कर लिया था। जब देखने आई तो वे बिना बताए ही बाहर चले गए। – सुरेंद्र यादव, एसडीएम झुंझुनूं