यह गांव है पिलानी कस्बे के हवाई पट्टी के पास में आबाद खेड़ला का बास। खेड़ला बास में पिछले कुछ दिनों से चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। कभी किसी के घर से कीमती सामान गायब हो रहा है तो कभी कहीं से किसी प्रकार का सामान चुराया जा रहा है। गांव के लोग रोज हो रही चोरियों से खासे परेशान थे। घर में चोरी होने के बाद पीडि़त परिवार पुलिस में सूचना देता है। इसके बाद भी सामान मिलने की कोई गारंटी नहीं होती। गांव के लोग प्रतिदिन हो रही चोरियों से तो तंग आ गए हैं।
ग्रामीण सम्पतसिंह ने बताया, अभी हाल ही में गांव में तांत्रिक विद्या से टोटके आदि का भी जोर है। रात को सभी खाना खाकर घरों में सोते हैं सुबह घर के बाहर अजीब प्रकार की वस्तुएं रखी मिलती है। परेशान होकर गांव के लोगों ने एक बैठक कर इस प्रकार की गतिविधियों पर अंकुश लगाने पर चर्चा की। बैठक में गांव में खुद के खर्चे से सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव आया तो सभी सहमत हो गए। गांव के ओमप्रकाश पंवार, सम्पतसिंह राठौड़, रामस्वरूप मीणा, फारूक धोबी, राके श कुमार व गूगल सिंह शेखावत ने बताया कि बैठक में गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय किया गया है।
एक कैमरे लगाने पर करीब 26 सौ रुपए का खर्च आ रहा है। गांव के लोगों ने अपने खर्चे पर अभी तक सरकारी स्कूल के खेल मैदान के आस-पास में स्थित बस्ती में करीब आठ कैमरे लगाए हैं। शेष रास्तों पर कैमरे लगाए जाने का कार्य चल रहा है। कैमरों का सेंटर गांव के मुकेश राठौड़ के घर में बनाया गया है। वहां कैमरों की रिकॉडिंग स्टोरेज रहेगी। पूरा नियंत्रण भी यहीं से होगा। कैमरे भी उच्च क्वालिटी के हैं। इनमें नाइट विजन भी है।
इनका कहना है- हां गांव खेड़ला के बास में लोग स्वयं का चंदा एकत्र कर कैमरे लगा रहे हैं, इससे गांव में घटित होने वाली चोरी की वारदातों पर अंकुश लगेगा।
– नरेन्द्र सिंह मण्डाड, सरपंच खेड़ला।
– नरेन्द्र सिंह मण्डाड, सरपंच खेड़ला।
खेड़ला के बास गांव में ही कुछ युवक चोरी की वारदातों में सक्रिय हैं। जो समय समय पर गांव में ही छोटी मोटी वारदातों को अंजाम देते रहते हैं । अब कैमरे लगाने से चोरी की वारदातें कम होगी।
– मदन लाल कड़वासरा, थानाधिकारी पिलानी।