झुंझुनूं सांसद अहलावत ने केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा उच्चतम स्तर पर ईरान सरकार से इस मामले को लेकर दबाव बनाया। इसके बाद ईरान सरकार द्वारा महेंद्र पर लगाई गई जुर्माना राशि राशि लगभग 13 अरब 29 करोड़ 84 लाख 74 हजार रुपए को माफ किया।
महेन्द्र कुमार को वर्ष 2014 में ईरानियन सरकार की ओर से गोल्डन आई पोत नामक जहाज से 4 हजार 282 लीटर प्रतिबंधित गैसोलिन की तस्करी के आरोप में चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था चुंकि, महेन्द्र पोत का कप्तान था।
ईरान सरकार की ओर से सभी दोषियों को रिहा कर दिया गया, मगर महेन्द्र कुमार पर लगभग 13 अरब 29 करोड़, 8 4 लाख, 74 हजार, रुपए का जुर्माना लगाया और तथा सजा सुनाई गई थी। सांसद ने 2016 में विदेश मंत्रालय के मार्फत ईरान सरकार से महेन्द्र पर लगाए गए सभी आरोप एवं जुर्माने से मुक्त कर स्वदेश वापसी का आग्रह किया। ईरान के राट्रपति के भारत दौरे पर आते समय महेन्द्र कुमार की रिहाई के आदेश जारी किए गए।
पथरा गई परिजनों की आंखें
जब से परिजनों को पता चला कि महेन्द्र ईरान में गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी घर वापसी मुश्किल हो रही है। परिजनों ने अपने स्तर पर महेन्द्र को रिहा करवाने के हर संभव प्रयास किए, मगर जुर्माना राशि इतनी ज्यादा होने के कारण मुश्किल हो रही थी। महेन्द्र को देखने के लिए परिजनों की आंखें पथरा गई थी।
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