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अच्छी बारिश के लिए रामायण पाठ से लेकर मेढक-मेढकी की शादी करवा रहे ग्रामीण, जानें- यूपी में कब आएगा मानसून

locationझांसीPublished: Jun 09, 2019 03:19:52 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

– बारिश के लिए अजब-गजब टोटके कर रहे ग्रामीण- मानसून में देरी से बुंदेलखंड में मचा हाहाकार- उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश के लिए अभी और इंतजार- शनिवार को केरल में मानसून ने दी दस्तक

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अच्छी बारिश के लिए रामायण पाठ से लेकर मेढक-मेढकी की शादी करवा रहे ग्रामीण, जानें- यूपी में कब आएगा मानसून

झांसी. सूखे की मार झेलने वाला बुंदेलखंड अब जैसे सूखे का पर्याय सा बनता जा रहा है। यहां के जलस्रोत जवाब देने लगे हैं। नदी-तालाबों में पानी नहीं बचा है। जलस्तर नीचे जाने से बहुतायत में हैंडपंप और कुएं सूख गए हैं। ऐसे में पानी के लिए हाहाकार सा मचा हुआ है। मानसून में हो रही देरी भी लोगों को डराने सी लगी है। पूजा-पाठ से लेकर टोने-टोटकों का दौर शुरू हो चुका है। ग्रामीण इलाकों में अखंड रामायण के पाठ शुरू हो चुके हैं तो कई क्षेत्रों में यज्ञ आदि के कार्यक्रमों की तैयारी है।
झांसी के लक्ष्मीगेट क्षेत्र स्थित सुप्रसिद्ध महाकाली विद्यापीठ काली जी के मंदिर के पुजारी पंडित विजय त्रिवेदी का कहना है कि इस बार मानसून में हो रही देरी के कारण सूखे की आशंका सताने लगी है। इस तरह की आशंकाओं को निर्मूल साबित करते हुए अच्छी बारिश कराने के लिए मंदिर में एक बड़े यज्ञ की तैयारी चल रही है। जल्द ही व्यापक पैमाने पर यज्ञ कराया जाएगा। उनके मुताबिक, उन्हें विश्वास है कि इस मंदिर पर कराया जाने वाला यज्ञ हर हाल में सार्थक परिणाम लाता है। इसलिए ऐसा विश्वास है कि यह यज्ञ होने पर बारिश अच्छी आएगी।
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कैसे-कैसे टोटके
मेढ़क-मेढ़की की शादी कराकर बारिश के लिए टोना-टोटका कराने की भी परंपरा है। इसके अलावा कुछ लोग हिजड़ों की आपस में ही शादियां करवाकर पानी बरसाने के लिए टोटकेबाजी करते हैं। इसके अलावा गांव में मिट्टी के इंद्रदेव बनाकर पूजा-अर्चना करने की परम्परा है। बारिश नहीं होने की स्थिति में लोग समूह बनाकर गांव के बाहर नदी या तालाब किनारे जाकर इस मिट्टी की मूर्ति की पूजा अर्चना करते हैं। ग्रामीण अंचलों में रात के समय महिलाओं द्वारा निर्वस्त्र होकर खेत में हल चलाने का टोटका किया जाता है। इस टोटके के पीछे ऐसा माना जाता है कि इससे प्रसन्न होकर इंद्रदेव बारिश कराएंगे। इसके अलावा अच्छी बारिश के लिए गांवों में मेड़ के पूजन की भी परंपरा है। यह पूजा किसान परिवार की नई बहू से कराई जाती है।
45 पारा पहुंचा पारा
उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी ने लोगों का घर से दूभर कर दिया है। राजधानी लखनऊ में रविवार को पारा करीब 43 डिग्री तक पहुंच गया। झांसी सहित बुंदेलखंड के कई हिस्सों में पारा 45 डिग्री को भी पार कर गया। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि करीब एक सप्ताह की देरी के बाद शनिवार को मानसून ने केरल में दस्तक दे दी। हालांकि, उत्तर प्रदेश को मानसूनी बारिश के लिए अभी 15 दिन से अधिक इंतजार करना पड़ सकता है।

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