सिर्फ तेरह मिनट में दिया बड़ा पैगाम हिसार के युवाओं के जत्थे द्वारा प्रदर्षित पुतुल शो की अवधि करीब तेरह मिनट की रही। इसमें दर्शाया गया कि कैसे अपने लक्ष्यों के प्रति चैतन्य युवती, घर और परिवार के सदस्यों की जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करती है। तमाम मानसिक दबावों के बाद भी वह अपनी गतिविधियों को निर्बाध रूप से जारी रखकर समाज में अपनी अहम मुकाम बनाती है। इस शो में देश की प्रख्यात महिला उद्यमियों के योगदान का भी जिक्र है। विद्यार्थियों ने इस शो को खूब सराहा। इस कार्यक्रम में अभिनय रंग मंच, हिसार के सांस्कृतिक जत्थे के सक्रिय सदस्यों में शामिल राजेश भादू, अनूप बिश्नोई, तेजेंद्र और विशाल ने बताया कि वे सितंबर में हरियाणा के हिसार शहर से बाइक पर सवार होकर बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ और नारी सशक्तिकरण की अलख लोगों में जगाने की यात्रा पर निकले हैं। झांसी के बाद वे टीकमगढ़ समेत कुछ शहरों में अपना शो करने के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी जाएंगे। उनकी कोशिश रहती है कि उनका शो शैक्षणिक संस्थान में हो। वे रास्ते के गांवों के लोगों को भी नारी सशक्तिकरण का संदेश लोककला की सशक्त विधा पुतुल के जरिये देने का काम कर रहे हैं। सबसे पहले यह विचार कला गुरु मनीष जोशी की प्रेरणा से मन में आया। हिसार के मशहूर व्यावसायिक घराने जिंदल स्टील्स लिमिटेड को प्रायोजक के रूप मे पाकर उनका हौसला बढ़ा। अब वे अपनी यात्रा पर हैं। इसमें वे युवाओं और समाज के लोगों की ओर से मिल रही प्रतिक्रिया से खासे उत्साहित हैं। वे अपनी करीब 6500 किमी की बाइक यात्रा फरवरी में पूरी कर लेंगे।
ये लोग रहे उपस्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित इस पुतुल शो कार्यक्रम के दौरान ललित कला संस्थान के समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय, डा. सुनीता, डा. अजय कुमार गुप्त, दिलीप कुमार, जयराम कुटार, जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल, जय सिंह, अभिषेक कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।