scriptभारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास ‘इंद्र-2018’ शुरू, ये है मकसद | indian-russian army joint practice start in babina army area | Patrika News

भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास ‘इंद्र-2018’ शुरू, ये है मकसद

locationझांसीPublished: Nov 20, 2018 12:57:28 pm

Submitted by:

BK Gupta

भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास ‘इंद्र-2018’ शुरू, ये है मकसद

indian-russian army joint practice start in babina army area

भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास ‘इंद्र-2018’ शुरू, ये है मकसद

झांसी। भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त अभ्यास जिले के बबीना सैन्य स्टेशन में शुरू हुआ। यह सैन्य अभ्यास 28 नवंबर 2018 तक चलेगा। यहां शुरू हुए 10वें संयुक्त सैन्य अभ्यास इन्द्र-2018 का शुभारंभ विधिवत उद्घाटन समारोह के साथ हुआ।
ये सैन्य टुकड़ियां हो रही हैं शामिल
बबीना में दोनों देशों के बीच चल रहे इस ग्यारह दिवसीय संयुक्त युद्धाभ्यास में रूस संघ की 5वीं सेना तथा भारतीय सेना की ओर से मेकेनाइज्ड इंफैन्टरी बटालियन की कंपनी साइज की सैन्य टुकड़ियां भाग ले रही हैं । इस सैन्य अभ्यास के उद्घाटन समारोह में दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों ने भाग लिया।
इन्होंने की समीक्षा
इस अवसर पर आयोजित परेड की संयुक्त समीक्षा भारतीय सेना की ओर से व्हाईट टाइगर डिवीजन के जनरल आफीसर कमांडिंग मेजर जनरल पीएस मिन्हास और रूसी सेना की ओर से रूसी सेना के इस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्क्सि के कमांडर मेजर जनरल सेकोव अलेग मुसोविच ने की। इस अवसर पर दोनों सेनाओं के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस परेड के दौरान आर्मी एविएशन के एक हेलीकॉप्टर द्वारा दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए मार्च पास्ट किया गया। उद्घाटन समारेाह के बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारी एक दूसरे के साथ रूबरू हुए और सैन्य अभ्यास से जुड़ी गतिविधियों को समझा । दोनों देशों के बीच चल रहे इस ग्यारह दिवसीय संयुक्त युद्धाभ्यास में रूस संघ की 5वीं सेना तथा भारतीय सेना की ओर से मेकेनाइज्ड इंफैन्टरी बटालियन की कंपनी साइज की सैन्य टुकड़ियां भाग ले रही हैं । इस सैन्य अभ्यास के उद्घाटन समारोह में दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों ने भाग लिया।
ये है सैन्य अभ्यास का मकसद
इस सैन्य अभ्यास के आयोजन का उद्देश्य दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों द्वारा संयुक्त राष्ट्र के नियमानुसार संयुक्त योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करना तथा दोनों देशों की सैन्य युद्धक रणनीतियों व सैन्य हथियारों को समझना है। इस सैन्य अभ्यास के माध्मय से दोंनों देशों की सेनाओं द्वारा टीम एकजुटता के साथ आपरेशन के दौरान विशेष सामरिक स्तर को बढ़ाना है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो