दस-दस शादियों का दिया गया लक्ष्य जिला समाज कल्याण अधिकारी शिवकुमार का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले सौ कन्याओं का विवाह कराए जाने योजना है। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है। इसके लिए तो केवल वर और वधू के परिजनों को प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जिले में आठ विकासखंड हैं। इसमें बबीना, बड़ागांव, चिरगांव, मोंठ, गुरसरांय, गरौठा, मऊरानीपुर और बंगरा ब्लाक शामिल हैं। इन सभी ब्लाक के खंड विकास अधिकारियों को दस-दस शादियों का लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा नगर निगम, नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों को भी लक्ष्य दिया गया है। गौरतलब है कि जिले में एक नगर निगम- झांसी और पांच नगर पालिका परिषद- चिरगांव, समथर, गुरसरांय, मऊरानीपुर और बरुआसागर हैं। इसके अलावा बड़ागांव, मोंठ, एरच, गरौठा, रानीपुर, कटेरा व टोड़ीफतेहपुर समेत सात नगर पंचायतें हैं। इन सभी जगह पर चुनाव से पहले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आयोजन कराने की तैयारी की जा रही है।
हर शादी पर 51 हजार रुपये खर्च करती है सरकार जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक शादी पर सरकार 51 हजार रुपये खर्च करती है। इससे पहले नौ फरवरी को भी सामूहिक विवाह कराए गए थे। इस आयोजन में तब 140 जोड़े दांपत्य बंधन में बंधे थे। इसमें से सभी कन्याओं के बैंक खाते में 35-35 हजार रुपये पहुंच गए हैं। इसके अलावा प्रमाणपत्र भी तैयार हो चुके हैं। जल्द ही इन प्रमाणपत्रों का वितरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि सामूहिक विवाह योजना के तहत वर और वधू के साथ आए छह-छह मेहमानों को भोजन की व्यवस्था करना भी इसी बजट में शामिल होता है।