जल सहेलियों द्वारा बुन्देलखण्ड में जल सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बुन्देलखण्ड जल घोषणा पत्र जारी किया गया। इस घोषणा पत्र को बुन्देलखण्ड स्तर पर प्रयासरत जल सहेलियों और पानी पंचायत सदस्यों ने मिलकर परमार्थ समाज सेवी संस्थान के सहयोग से तैयार किया है। बुन्देलखण्ड जल घोषणा पत्र में बुन्देलखण्ड के जिलों में सूखे से होने वाली समस्याएं और उसके समाधान को लेकर सरकार को अवगत कराया गया है कि कैसे जल का संचयन, प्रबंधन किया जा सकता है? बुंदेलखंड में पीने के पानी पर सार्वजनिक व्यय में वृद्धि, आधारभूत ढांचे में निवेश के माध्यम से जल सुरक्षा को सुनिश्चित करना, शासन के सभी स्तरों पर बजट पारदर्शिता सुनिश्चित करना, जल संबंधी योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए, बजट प्रक्रियाओं में स्थानीय नागरिकों और जल सहेलियों की भागीदारी सुनिश्चित करना, सामाजिक अंकेक्षण द्वारा जवाबदेही तंत्र को मजबूत करना आदि जल सहेलियों की प्रमुख मांगे हैं। इन्हें वह अब अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को देंगी।
लगातार हो रहे हैं प्रयास
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए परमार्थ संस्था के प्रमुख संजय सिंह ने कहा कि बुन्देलखण्ड के जल संकट को दूर करने के लिए जल सहेलियों एवं पानी पंचायत लगातार प्रयास कर रही हैं। इस बार जल सहेलियों एवं पानी पंचायत के द्वारा लोकसभा चुनाव में खड़े उम्मीदवारों के लिए बुन्देलखण्ड जल घोषणा पत्र तैयार किया गया है। इसकों वह अपने क्षेत्र में खड़ प्रत्याशियों को देगी। इस बुन्देलखण्ड जल घोषणा पत्र को गांव की जल सहेलियों के द्वारा तैयार किया है इसलिए यह पानी की समस्या को दूर करने के लिए सबसे विश्वसनीय है।
ये लोग रहीं उपस्थित
इस अवसर पर जल सहेली गीता देवी, पार्वती, विद्या, मीरा, तारा, सावित्री, लक्ष्मी, नन्दनी, पुष्पा, शिवकुंअर रानी सीमा देवी, माया, सोमवती, हेमलता व संतोषी सहित झांसी, ललितपुर, जालौन से 100 जल सहेलियों के द्वारा सहभागिता की गयी।