पेड़ों का होगा मूल्यांकन मूल्यांकन के बाद, वन विभाग द्वारा पेड़ों की दरें तय कर सूची जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी। इसके बाद, बीडा द्वारा किसानों को जमीन और पेड़ों दोनों का मुआवजा दिया जाएगा।
प्रशासन को सौंपी जाएगी लिस्ट प्रभागीय वन अधिकारी जेबी शेंडे ने बताया कि बीडा में शामिल गांवों में लगे सभी पेड़ों का मूल्यांकन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी पेड़ों की कीमत तय कर लिस्ट जिला प्रशासन को सौंप दी जाएगी।
50 हजार से अधिक पेड़ हैं बता दें कि बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में शामिल 33 गांवों में पीपल, अमरूद, आम, बरगद, पाकड़, इमली, बबूल, शीशम सहित कई प्रजातियों के 50 हजार से अधिक पेड़ हैं।
पेड़ों की कीमत भी काफी होती है यह पहल किसानों के लिए एक बड़ी राहत होगी, क्योंकि पेड़ों की कीमत भी काफी होती है। इससे किसानों को उचित मुआवजा मिल सकेगा और उन्हें अपनी जमीन देने में कोई आपत्ति नहीं होगी।
यह पहल पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगी, क्योंकि इससे पेड़ों को बचाने में मदद मिलेगी। पेड़ वायु प्रदूषण को कम करने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह उम्मीद की जाती है कि यह पहल बीडा में औद्योगिक विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों के बीच तालमेल बनाने में मदद करेगी।