चार माह भी सेपरेट नही चल पाई चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क, आपातकाल मे ंकिया मर्ज
-अस्पताल प्रशासन का कहना कर्मचारियों की कमी
चार माह भी सेपरेट नही चल पाई चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क, आपातकाल मे ंकिया मर्ज
चार माह भी सेपरेट नही चल पाई चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क, आपातकाल मे ंकिया मर्ज
-अस्पताल प्रशासन का कहना कर्मचारियों की कमी
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. राजकीय एसआरजी चिकित्सालय व राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को समय पर उचित इलाज व सहायता तुरंत मिल सके इसके लिए सेपरेट चल ही चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क को चिकित्सालय प्रशासन ने आपातकालीन वार्ड में मर्ज कर दिया है। चिकित्सालय प्रशासन का कहना है कि स्टाफ की कमी के कारण इसे मर्ज किया गया है। वहीं डेस्क पर नियुक्त सभी स्टाफ को अन्य स्थानों पर लगा दिया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा निदेशालय की ओर से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को 22 फरवरी को आदेश जारी किया था कि मेडिकल कॉलेज से सम्बद्व चिकित्सालयों में चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। विभाग के अतिरिक्त निदेशक प्रशासन एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव के इस आदेश की पालना पर भी पांच माह बाद डेस्क शुरु नही हुई, इस पर राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशन के बाद चिकित्सालय प्रशासन ने 10 जुलाई को दोनो चिकित्सालयों में अलग अलग स्वतंत्र कक्ष में हेल्प डेस्क शुरु की। इस डेस्क का नाम चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क रखा गया। इसमें 24 घंटे राउंड दी क्लॉक एक डॉक्टर, एक नर्सिग स्टाफ व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई। डेस्क के फोन नमबर व वाटस अप नम्बर को चिकित्सालयों में उचित स्थानों पर व अस्पताल मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट पर भी दर्शाया गया। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों व उनके परिजनों की चिकित्सकीय सुविधाओं के बारे में मदद की जानी थी। जिससे उन्हे अस्पताल में भटकना ना पड़े तथा शीघ्रता से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
-स्टाफ की कमी से आपातकाल में मर्ज किया गया
इस सम्बंध में राजकीय एसआरजी चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. दीपक गुप्ता व राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. संजय जैन का कहना है कि चिकित्सालय में स्टाफ की कमी है इसलिए चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क को आपातकालीन वार्ड में मर्ज कर दिया गया है।
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