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लोकपरिवहन की मनमानी के आगे रोडवेज प्रबंधन ‘बेÓ बस

locationझालावाड़Published: Aug 12, 2019 12:29:58 pm

Submitted by:

harisingh gurjar

– शिकायत का भी नहीं हो रहा असर
– जिले में चल रही लोकपरिवहन की बसें
– रोडवेज बस स्टैंड के निकट से उठा रहे निजी बसों वाले सवारी

Roadways management 'Bay' bus in front of the arbitrariness of public

लोकपरिवहन की मनमानी के आगे रोडवेज प्रबंधन ‘बेÓ बस


झालावाड़. रोडवेज विभाग में लोक परिवहन सेवा का दबदबा कम नहीं हो रहा है। ऑनलाइन शिकायत करने के बाद भी जिले में लोक परिवहन बिना अनुमति के चल रही है, इससे रोडवेज प्रशासन की नींद उड़ी हुई है, इतना ही नहीं रोडवेज बस स्टैंड के निकट से कई निजी बसे सवारी उठाकर ले जा रही है। ऐसे में रोडवेज को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
डिपो कई दिनों इस परेशानी से जूझ रहा –
झालावाड़ डिपो कई दिनों इस परेशानी से जूझ रहा है। यहां की रोडवेज बसों के आगे पीछे लोक परिवहन व अवैध निजी वाहन सरपट दौड़ रहे है। जिसके कारण रोडवेज को यात्रीभार पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है। जिसका असर अब आगार की आय पर पड़ रहा है। हालात यह है कि झालावाड़ रोडवेज बस स्टैंड के सामने ही लोक परिवहन की बसों में सवारियोंं को भरा जा रहा है, जिन्हें कोई नहीं रोक रहा है।
कम किराए में ले जा रहे कोटा-
लोक परिवहन सेवा व निजी बसों के कर्मचारी कोटा तक की सवारी 20 रुपए तक कम किराए में ले जा रहे हैं, इससे भी यात्री उनकी ओर चले जाते हैं, ऐसे में लोकपरिवहन व अन्य निजी वाहनों की वजह से रोडवेज की आय घटती जा रही है। झालावाड़ से सर्वाधित नुकसान कोटा जाने वाली सवारी से हो रहा है, क्योंकि ज्यादा सवारी कोटा की जाती है। इसके साथ ही जिले में अकलेरा आदि कस्बों में भी लोकपरिवहन की बसे जा रही है। ऐसे में अकलेरा की सवारी भी लोक परिवहन उठा रही है।

निजी बसों के चलते नहीं बढ़ रही आय- रोडवेज बस स्टैंड के निकट ही निजी बसों के ऑफिस संचालित हो रहे हैं। ऐसे में कोटा-जयपुर सहित अन्य स्थानों की सवारी उठाने से रोडवेज को लगातार नुकसान होता जा रहा है। जून माह में रोडवेज का यात्री भर करीब 68 प्रतिशत था, जो जुलाई माह में 65 फीसदी रह गया है। ऐसे में यदि कोटा, जयपुर, अकलेरा मार्ग पर लोक परिवहन बस व अवैध वाहनों के संचालन पर नियंत्रण होता है तो रोडवेज की आय प्रभावित नहीं होती। रोडवेज प्रशासन के अनुसार अगस्त में तो यात्री भार ओर भी कम हो गया है।
यह है निजी बसे के लिए नियम-
निजी बसों के लिए नियम ये है कि रोडवेज बसस्टैंड से करीब 2 किलोमीटर दूर निजी बसों का ऑफिस होगा व वहीं से सवारी बिठाने का नियम है, लेकिन अभी रोडवेज के निकट से सवारी बिठाई जा रही है। साथ ही रोडवेज बसों को शहर से ही सवारी बिठाने का नियम है, लेकिन निजी बसों वाले रास्ते में सभी स्थानों से सवारी उठाते हुए चलते है, इससे रोडवेज को पर्याप्त सवारी नहीं मिल पाती है, ऐसे में रोडवेज घाटे में जा रही है।
इन रुटों पर चल रही लोकपरिवहन-
जिले में तीन लोक परिवहन की बसे अकलेरा- कोटा रिर्टन चल रही है तो एक बस अकलेरा से सरड़ा नाइट चल रही है,जो बिना परमिशन के ही चल रही है। इसके लिए रोडवेज प्रशासन ने कई बार उच्चाधिकारियों को भी शिकायत कर दी है, इसके बाद भी बंद नहीं हो रही है। रोडवेज प्रशासन जयपुर तक भी ऑनलाइन राजस्थान सपंर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा चुके हैं। फिर भी बस अभी तक बंद नहीं हो रही है।
फैक्ट फाइल
-जुलाई में कुल किलोमीटर चली बसे- 922950
– आय – 25840217
-इनकम प्रतिकिलोमीटर -28
लक्ष्य का 2.74 रुपए कम मिला
– लोड फैक्टर- 65 प्रतिशत

कार्रवाई करेंगे
लोकपरिवहन पर कार्रवाई के लिए जिला परिवहन अधिकारी को बोल रखा है। अब कलक्टर व एसपी को कार्रवाई करने के लिए लैटर लिखूंगी।
सुनीता जैन, चीफ मैनेजर, रोडवेज बस स्टैंड,झालावाड़

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