नैत्रहीनों की अंगुलियां अब दौड़ेगी मोबाइल व लेपटॉप पर
झालावाड़Published: Dec 27, 2018 05:24:32 pm
-शिविर में दिया जा रहा प्रशिक्षण
नैत्रहीनों की अंगुलियां अब दौड़ेगी मोबाइल व लेपटॉप पर
नैत्रहीनों की अंगुलियां अब दौड़ेगी मोबाइल व लेपटॉप पर
-शिविर में दिया जा रहा प्रशिक्षण
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. जिले में नैत्रहीन बालक बालिकाएं अब मोबाइल व लेपटॉप पर अपनी पढ़ाई कर सकेगे व आम लोगों की तरह फोन पर नम्बर डायल कर बात कर सकेगे व वाट्सअप चला सकेगे। इन दिनो समग्र शिक्षा अभियान के तहत साईड सेवर संस्था की ओर से निर्मल विशेष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित पूर्ण दृष्टिबाधित हाड़ौती के 23 नेत्रहीन बालक बालिकाओं को मोबाइल चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभियान के सहप्रभारी रणजीत कुमार व संस्था के प्रतिनिधी ओ.पी. चौधरी ने बताया कि कार्यशाला में हाड़ौती संभाग के चारो जिलों कोटा, बूंदी, बांरा व झालावाड़ जिले के कक्षा 6 से 12 वीं तक के 23 नैत्रहीन विद्यार्थियों को संस्था के प्रशिक्षण शाहरुख खान द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
-मोबाइल पर गाने सुनने में भी आ रहा मजा
शिविर में जिले के सुनेल क्षेत्र के पप्पूलाल व बारां जिले के भूरालाल, अकलेरा क्षेत्र की सुलोचना, बकानी की अक्षिता व राजेश कंवर अब मोबाईल पर प्ले स्टोर, यू ट्यूब पर गाने भी सुन लेते है। वाट्सअप चला रहे है।
-प्रशिक्षक शाहरुख पहुंच रहे लक्ष्य की ओर
जयपुर निवासी युवक शाहरुख खान 2012 में जोधपुर में एक उत्सव में फटाखा चलाते समय अपनी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए खो बेठे, इसके बाद उन्होने गुमनाम जिंदगी जीने की अपेक्षा नेत्रहीनों के लिए काम करना शुरु किया। ब्रेन लिपी से पढाई की व उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होने मोबाईल का इस्तेमाल नेत्रहीनों से भी करवाने की ठानी और मेहनत कर मोबाईलों पर कई साईडे, एप आदि खोजी और नई टेक्लोलोजी के कारण इसमें सफलता हासिल की। उन्होने नेत्रहीनों के कल्याण के लिए कार्यरत संस्था साईद सेवर के माध्यम से अभी तक राजस्थान व दिल्ली में करीब डेढ़ दर्जन कार्यशालाओं में करीब 350 से ज्यादा नैत्रहीनों को मोबाईल व लेपटॉप चलाने का प्रशिक्षण दिया। उनका कहना है कि समाज में नैत्रहीनों को बिना भेदभाव सम्मान मिले इसके लिए नेत्रहीनों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले इसलिए वह इस कार्य में जुटे है।