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चिकित्सालयों में बिना चिकित्सक के चल रही हेल्प डेस्क

locationझालावाड़Published: Jul 15, 2019 05:57:15 pm

Submitted by:

jitendra jakiy

-पत्रिका की खबर के बाद हुई थी शुुरु

Non-medical help desks in clinics

चिकित्सालयों में बिना चिकित्सक के चल रही हेल्प डेस्क

चिकित्सालयों में बिना चिकित्सक के चल रही हेल्प डेस्क
-पत्रिका की खबर के बाद हुई थी शुुरु
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. राज्य सरकार के आदेश के बाद भी जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज से सम्बद्व राजकीय चिकित्सालयों में चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क स्थापित नहीं होने का समाचार तीन माह बाद भी नहीं बन पाई हेल्प डेस्क राजस्थान पत्रिका में प्रकाशन के बाद चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया और राजकीय एसआरजी चिकित्सालय एसआरजी चिकित्सालय व राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय में चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क स्थापित की गई। लेकिन तीन दिन बाद भी इन डेस्क पर चिकित्सक नही होने से मरीजों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। सोमवार को भी दोनो डेस्क पर मात्र नर्सिंग कर्मी व सहायक कर्मचारी ही कक्ष में नजर आए जबकि चिकित्सक गायब थे।
-डेस्क की यह स्थिति आई नजर
पत्रिका संवाददाता जितेंद्र जैकी ने सोमवार को करीब साढ़े 11 बजे जब राजकीय एसआरजी चिकित्सालय में स्थापित हेल्प डेस्क का जायजा लिया तो यहां मात्र नर्सिंग कर्मी मनोज कुमार मीणा व सहायक कर्मचारी विजय यादव बैठे थे। वहीं चिकित्सक डॉ.अतुल अग्रवाल की ड्््यूटी बताई लेकिन वह वहां नही मिले। इसी प्रकार राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय में हेल्प डेस्क पर नर्सिंग कर्मी आदिराम मीणा, सहायक कर्मचारी इरफान व मोहनलाल उपस्थित थे। यहां चस्पा चार्ट पर डॉ.शिखा की ड्यूटी थी लेकिन वह उपस्थित नही थी।
-दूसरी की ड्य्टी लगाते है
इस सम्बंध में राजकीय हीराकुुंवर महिला चिकित्सालय के उपाधीक्षक डॉ. हेमराज मीणा का कहना है कि डॉ. शिखा की ड्यूटी अन्य जगह भी लग चुकी थी इसलिए दूसरे चिकित्सक की अभी ड्यूटी लगाते है।
-कहीं गया होगा
इस सम्बंध में राजकीय एसआरजी चिकित्सालय की कार्यवाहक अधीक्षक डॉ.सुषमा पांडे का कहना है कि डेस्क पर एक चिकित्सक की भी ड्यूटी लगा रखी है। कहीं आसपास गया होगा आ जाएगा। कक्ष में भी ओर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
-यह है योजना
चिकित्सालयों में मरीजों व आने वालों को समय पर उचित इलाज व सहायता तुरंत मिल सके इसके लिए राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा निदेशालय की ओर से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को 22 फरवरी को आदेश जारी किया गया कि मेडिकल कॉलेज से सम्बद्व चिकित्सालयों में चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। लेकिन तीन माह गुजर जाने के बाद भी विभाग के अतिरिक्त निदेशक प्रशासन एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव के इस आदेश की पालना नहीं हुई व चिकित्सालयों में हेल्प डेस्क नहीं बनाई गईं थी। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी इसकी सूचना राजकीय एसआरजी चिकित्सालय व राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय के अधीक्षक को देकर इतिश्री कर ली थी लेकिन राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशन के बाद चिकित्सालय प्रशासन ने हेल्प डेस्क तो शुरु कर दी लेकिन सुविधाएं नही होने से चिकित्सक डेस्क पर नही बैठ रहे है।
-इस तरह रहेगी डेस्क
चिकित्सालयों में मरीजों व आने वालों की सुविधा के लिए संचालित होने वाली इस डेस्क का नाम चिकित्सा मंत्री हेल्प डेस्क रखा गया है। इसमें 24 घंटे राउंड दी क्लॉक एक डॉक्टर, एक नर्सिग स्टाफ व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। इस हेल्प डेस्क के फोन नम्बर व वाटस अप नम्बर को चिकित्सालयों में उचित स्थानों पर व अस्पताल/ मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट पर भी दर्शाना होगा। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों व उनके परिजनों की चिकित्सकीय सुविधाओं के बारे में मदद की जानी थी। जिससे उन्हे अस्पताल में भटकना ना पड़े तथा शीघ्रता से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
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