वहीं, बारिश थमने के बाद अब लोगों ने चेन की सांस ली है। बारिश का दौर थमने के साथ ही लोगों ने अपने सामानों की देखरेख शुरू कर दी है। 15 अगस्त के दिन बाढ़ जैसे हालातों से जिले के सोजपुर-पिपलाज गांव के दर्जनों मकानों में नालों के उफान से से घरों में पानी घुस गया था जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। गांववासियों का कहना है कि गांव में नदी-नालों के उफान से लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है।
जिले के सोजपुर गांव में बारिश से मकान की दीवार गिरने से 8 वर्ष के बच्चे की मौत हो गई थी। गांव में कई कच्चे घरों की दीवार भी ढह गई। घरों में पानी घुसने घरेलू सामान भीग गए। पिपलाज गांव में मकान के चारों और से पानी घुसने करीब 3-3 फिट पानी भर गया। जिससे अनाज, लहसुन की बोरियां और कई जरूरी सामान भीग गया।
झालावाड़ जिले में औसत बारिश 950 से 1000 मिमी का अनुमान था। वहीं, अब तक 939.25 मिमी बारिश दर्ज हुई है। फिलहाल तेज बारिश के बाद उफान पर आई नदियां उतार और हैं और हालात सामान्य हैं। दो दिन पहले हुई बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है। बता दें कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राजस्थान के अधिकतर जिलों में भारी बारिश ( Heavy rain Warning in Rajasthan ) की चेतावनी दी है।