कुआं और पौधों को किया नष्ट
56 लाख कॉलोनी से अटैच पुलिस चौकी के पास की सरकारी जमीन है पर दशकों पहले से भू माफिया ने निगाहें जमा लीऔर धीरे-धीरे उसे काम में लेकर स्वामित्व में ले लिया है। नगरवासी बताते हैं की यहां पहले बाउंड्रीवॉल थी, लेकिन कॉलोनाइजरों द्वारा दीवार तोड़कर वहां रास्ता बना दिया, जिस पर विधायक कोष से रोड बना दिया। जिस जगह सड़क बनाई वहां कभी कुआं था, जिसको मिट्टी डालकर बंद कर दिया।
अतिक्रमियों के मकान का रास्ता एसबीआई बैंक के पास वाली गली में है। इन्होंंने सरकारी जमीन पर कब्जा कर चौकी के पीछे की तरफ दीवार तोड़कर रास्ता दे दिया। जबकि इस जगह पर दशकों पहले बड़ का पेड़ था, जिसकी पूजा महिलाएं किया करती थी। वर्तमान में पेड़ को हटाकर पौधे लगा स्वयं के लिए भूमि काम में ले रहे हैं।
सरकारी कार्यालय के समीप कब्जा
नगर के बीच जिस भूमि पर भू माफिया की नजर है वह करीब चार बीघा है। जिस पर पुलिस चौकी, सार्वजनिक निर्माण विभाग और आयुर्वेदिक स्वास्थ केंद्र है। इसकी परिधि में लगभग 1 बीघा पड़ी सरकारी भूमि पर लोगों ने धीरे-धीरे कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। इस भूमि के समीप छप्पन लाख काॅलोनी है। यहां अतिक्रमी का मकान है। उसने अपने घर का दरवाजा सरकारी भूमि की तरफ कर इसे काम में लेना शुरू कर दिया है, जबकि अतिक्रमी का रास्ता एसबीआई बैंक के पास छोटी सी गली में होकर जाता है।
ये सार्वजनिक निमार्ण विभाग की जगह है, कुछ सरकारी भी है। रिकॉर्ड में देखना पड़ेगा। ऐसी जानकारी मिली है कि कॉलोनी वालों ने कोर्ट में केस लगाया था। इसके बाद परमिशन दी थी रोड बनाने की। काफी पुराना मामला है। इसको दिखाते हैं।
डीएस मीना, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग
नगर की जिस सरकारी भूमि पर अतिक्रमण है वह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। ऐसा मामला है तो उसे दिखाएंगे। अगर ऐसा हो रहा है तो जल्द ही प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल मल्होत्रा, उपखंड अधिकारी, अकलेरा
वह भूमि नगर पालिका क्षेत्र में आती है। अतिक्रमण हटाने के लिए पालिका के अधिकारी हमको लिख कर दें। ताकी हम कार्रवाई के दौरान पुलिस जाप्ता उपलब्ध करा सके।
भरत दान, तहसीलदार, अकलेरा
जिस भूमि पर अतिक्रमण है। वो पीडब्लूडी की है। उसमे नगरपालिका क्या करेगी। उनकी जिम्मेदारी है की वहां तार बंदी कराएं।
दुर्गा मौर्य, अधिशाषी अधिकारी, नगरपालिका, अकलेरा