राजकीय चिकित्सालय चल रहे जूनियर चिकित्सक के भरोसे, उपस्थिति बोर्ड भी अपडेट नही
झालावाड़Published: Jan 19, 2019 04:46:21 pm
-चिकित्सक रहते गायब, मरीज हो रहे परेशान
राजकीय चिकित्सालय चल रहे जूनियर चिकित्सक के भरोसे, उपस्थिति बोर्ड भी अपडेट नही
राजकीय चिकित्सालय चल रहे जूनियर चिकित्सक के भरोसे, उपस्थिति बोर्ड भी अपडेट नही
-चिकित्सक रहते गायब, मरीज हो रहे परेशान
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय एसआरजी चिकित्सालय व राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय में आऊटडोर जूनियर रेजीडेंट के भरोसे चल रहे है। चिकित्सालय प्रशासन ने चिकित्सक कक्ष के बाहर चिकित्सकों की उपस्थिति के बोर्ड भी लगाए लेकिन उन्हे अपडेट नही किया जा रहा जिससे मरीज परेशान होते रहते है वहीं चिकित्सक भी अपने कक्ष से गायब रहते है। राजकीय हीरा कुंवर महिला चिकित्सालय में लेबर रुम, नेत्र विभाग की स्थिति खराब थी वहीं राजकीय एसआरजी चिकित्सालय में बोर्ड अपडेट नही थे वहीं मेडिकल आऊटडोर में चिकित्सक कक्ष के बाहर बोर्ड ही नही था। बोर्ड में चिकित्सक को नाम देखकर मरीज अपने पसंद के चिकित्सक से उसके कक्ष में जाकर अपनी बीमारी बता सकता है इस आशय को लेकर चिकित्सालय प्रशासन ने आऊटडोर में चिकित्सक उपस्थिति बोर्ड लगवाए थे लेकिन वह अब अपडेट नही हो रहे है। शनिवार को पत्रिका संवाददाता ने जब दोनो चिकित्सालय में आऊटडोर का जायजा लिया तो मरीज परेशान नजर आए व वरिष्ठ चिकित्सक गायब थे। हालाकि जूनियर रेजिडेंट ने अपने वरिष्ठों को बचाने के लिए बहाने बनाए।
-गायनिक आऊटडोर का दृश्य…
शनिवार सुबह 12 बज कर 10 मिनट पर राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय के गायनिक आऊटडोर में पहुंचे तो वहां बोर्ड पर कमरा न.7 में डॉ. निधी मीणा व कमरा न.6 में डॉ. मधु माथुर का नाम लिखा था लेकिन दोनो चिकित्सक कक्ष में नही थी वहां जूनियर रेजीडेंट बैठी मरीज देख रही थी। बोर्ड में एएनसी क्लनिक में डॉ. राधेश्याम लिखा था लेकिन वह दूसरे कमरे मे बैठे थ व उनके कमरे में पीजी स्टूडेंट बैठी थी।
-शिशु आऊटडोर का दृश्य
शनिवार सुबह 12.20 पर शिशु रोग ऑउटडोर में उपस्थिति बोर्ड अपडेट नजर आया लेकिन एक कक्ष में चार चिकित्सक मरीज देख रहे थे वही वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेंद्र गुप्ता का कक्ष खाली पड़ा था। बाहर मरीजों की लम्बी लाईन लगी थी।
-चर्म रोग विभाग
दोपहर करीब साढ़े बाहर बजे चर्म रोग विभाग के बाहर मरीजों की लम्बी लाइन लगी थी, उपस्थिति बोर्ड पर तीन चिकित्सक के नाम लिखे थे लेकिन वहां मात्र एक चिकित्सक डॉ. अतुल विजय मरीजों को देखने में जुटे नजर आए। थोड़ी देर बाद एक और चिकित्सक डॉ. दुर्गालाल पहुंचे वही डॉ. शैल अग्रवाल नजर नही आई।
-नेत्र रोग विभाग मात्र एक के भरोसे
नेत्र रोग विभाग में चिकित्सकों का उपस्थिति बोर्ड अपडेट नही था उस पर सात चिकित्सकों के नाम उनके कमरा नम्बर सहित लिखे थे लेकिन एक कक्ष में मात्र डॉ. शशी भूषण मरीजों को देखने में जुटे थे। बाकी कक्ष खाली पड़े थे और मरीज परेशान हो रहे थे।
-लेबर रूम भी पीजी के भरोसे
दोपहर करीब 12.35 बजे लेबर रुम में मात्र दो मेडिकल स्टूडेंट बैठी थी उन्होने कहा कि अगर कोई सीरियस केस आता है तो वरिष्ठ को बुला लेते है उन्होने अपने वरिष्ठों को बचाने के लिए कई बहाने बनाए और कहा कि शायद ओटी में होगे या राउंड पर होगे अभी आ जाएगे। उन्होने बताया कि वह द्वितीय व तृतीय वर्ष की छात्रा है।
-राजकीय एसआरजी के सर्जरी आऊटडोर
यहां दोपहर करीब दो बजे चिकित्सक कक्ष के बाहर लगा बोर्ड अपडेट नही था,पूछने पर वहां तैनात सुरक्षाकर्मी ने बताया कि बोर्ड वहीं अपडेट करता है लेकिन आज पैन नही मिला इसलिए नही लिख सका। यहां एक कक्ष नम्बर 146 बिलकुल खाली पड़ा था दूसरे कक्ष में दो चिकित्सक व दो स्टूडेट बैठे चाय पी रहे थे।
-अस्थि रोग विभाग भी एक वरिष्ठ के भरोसे
अस्थि रोड़ विभाग के एक कक्ष में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. हरीश जैन बैठे मरीजों को देखने में जुटे थे, उन्होने कहा कि पास वाले कमरे में डॉ. शरदचंद विजयवर्गीय भरी होगें लेकिन दूसरे कक्ष में सभी जूनियर रेजीडेट बैठे थे, बाहर मरीजों की भीड लगी थी।
-मेडिकल विभाग तो भगवान भरोसे
मेडिकल आऊटडोर तो भगवान भरोसे नजर आया, यहां एक कक्ष में सभी जूनियर रेजीडेंट थ वही दूसरे कक्ष में जरुर एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अशोक राठौर नजर आए व अन्य जूनियर रेजीडेट के भरोसे आऊटडोर चलता नजर आया, बाहर मरीजों की कतारे लगी थी।
– चिकित्सकों को पाबंद करेगें, लेबर रुम में भी बोर्ड लगवाएगे
राजकीय हीरा कुंवर महिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि राजकीय हीराकुंवर महिला चिकित्सालय के गायनिक विभाग में वरिष्ठ चिकित्सकों को तय समय पर बैठने के लिए पाबंद करेगे व लेबर रुम में भी चिकित्सकों की उपस्थित का बोर्ड लगावाया जाएगा।
-मेडिकल विभाग के बाहर भी लगाएगें बोर्ड
राजकीय एसआजी चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. दीपक गुप्ता ने बताया कि राजकीय एसआरजी चिकित्सालय में सर्जरी विभाग के बाहर तो चिकित्सक उपस्थिति बोर्ड लगा है उसे नियमित अपडेट करने के लिए कर्मचारियों को पाबंद किया जाएगा वहीं मेडिकल विभाग के बाहर भी चिकित्सक उपस्थिति का बोर्ड लगवा दिया जाएगा। इससे मरीजों को सुविधा हो जाएगी।