अपने ही बोर्ड के खिलाफ हुए कांग्रेस के पार्षद
झालावाड़Published: Feb 06, 2019 08:31:07 pm
-सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक हुए कांग्रेस-भाजपा पार्षद
अपने ही बोर्ड के खिलाफ हुए कांग्रेस के पार्षद
-जिले की राजनैतिक हलकों में भूचाल
अपने ही बोर्ड के खिलाफ हुए कांग्रेस के पार्षद
-सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक हुए कांग्रेस-भाजपा पार्षद
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. जिले की अकलेरा पंचायत समिति में कांग्रेस ने भाजपा के प्रधान के खिलाफ अविश्वास पारित कर दिया वहीं जिला मुख्यालय पर बुधवार शाम नगर परिषद के सभापति के खिलाफ भाजपा ने कांग्रेस के पार्षदों के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरु कर दी। लगातार दूसरे दिन राजनैतिक घटनाक्रम के चर्चा पूरे जिले में चल पड़ी।
झालावाड़ में बुधवार शाम भाजपा के सभी 15 पार्षद व कांग्रेस के 13 पार्षद मिनी सचिवालय में जिला कलक्टर को सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का पत्र देने पहुंच गए। कलक्टर ने सभी पार्षदों को नियमानुसार सात दिन का समय दिया है, इसके बाद बैठक आयोजित कर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को शाम करीब चार बजे भाजपा के सभी 15 पार्षद जयदीप सिंह झाला की अगुवाई में व कांग्रेस के 13 पार्षद फारुख अहमद की अगुवाई में मिनी सचिवालय पहुंचे। लेकिन यहां जिला कलक्टर बाहर होने से नही मिल सके। इस पर पार्षदों ने सभागार में बैठकर जिला कलक्टर का इंतजार किया। शाम करीब 6 बजे जिला कलक्टर सिद्वार्थ सिहाग मिनी सचिवालय पहुंचे व पार्षदों के साथ अपने कक्ष में बैठक की। पार्षदों ने उन्हे सभापति मनीष शुक्ला व उपसभापति मोहम्मद शफीक खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए अपना हश्ताक्षर युक्त पत्र सौपा।
-कांग्रेस के इन पार्षदों ने की बगावत
जिला कलक्टर को दिए पत्र में कांग्रेस के फारुख अहमद, महावीर गौड़, नफीस खान, शाह फैजल, मैना कुमारी, वकार अहमद, रुखसाना, लक्की, राजेश गुर्जर, ललित सुमन, ईश्वर खरनीवाल, गजेंद्र गुर्जर व सुनीता कुमारी ने अपनी ही पार्टी के सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास जताया।
-भाजपा के यह पार्षद हुए शामिल
भाजपा के जयदीप सिंह, संजय शुक्ला, दीपक स्वाती, बलबीर प्रजापति, तुषार उपाध्याय, दिनेश सुमन, नरेंद्र भील, शिवराज रेगर, आसिफ मोहम्मद, कन्हैयालाल, रेखा लोधा, निहारिका राजावत, मीना कोठारी, सविता कश्यप व पूनम नरसल शामिल हुए।
-साढ़े तीन साल बाद हुआ अविश्वास
झालावाड़ नगर परिषद के चुनाव 17 अगस्त 2015 को हुए थे। परिणाम 21 अगस्त को आए इसमें भाजपा को 15 व कांग्रेस को 20 सीटे मिली। इस पर कांग्रेस ने सभापति के पद पर मनीष शुक्ला को व उपसभापति के पद पर मोहम्मद शफीक खान को निर्वाचित करवाया था। साढे तीन साल बाद अब कांग्रेस के पार्षदों ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर इसको अंजाम दिया।
-हमने आला कमान को करा दिया था अवगत
कांग्रेस पार्षद फारुख अहमद ने कहा कि कांग्रेस का बोर्ड होने के बाद भी सभापति व उप सभापति मनमाना व भेदभाव का रवैया अपना रहे है। इसकी शिकायत कई बार पार्टी के आला पदाधिकारियों से भी की गई थी लेकिन कोई हल नही निकला। गत दिनो आए जिले के प्रभारी मंत्री को हमने अवगत करा दिया था कि अगर सभापति व उपसभापति के खिलाफ पार्टी अगर कोई कार्रवाई नही करती है तो हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना होगा।
-हमने शहर के लिए कांग्रेस का साथ लिया
भाजपा के पार्षद जयदीप सिंह झाला ने कहा कि नगर परिषद बोर्ड शुरु से ही निरंकुश रहा। इससे शहर का विकास रुक गया अब हम शहर के विकास के लिए कांग्रेस के पार्षदों के सहयोग से सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए है।
-यह लगाए आरोप
भाजपा व कांग्रेस के पार्षदों ने पत्र में सभापति के खिलाफ आरोप लगाया कि उन्होने नियमित बैठक नही बुलाई, विकास कार्य में भेदभाव किया, पार्र्षदों के साथ दुव्र्यवहार कर उनकी बात को अनसुना करना, दो वार्षिक सत्रों में बजट बैठक नही बुलाई, बिना बोर्ड बैठक अहम फैसले लिए, अवैध निर्माण पर नियंत्रण नही किया। निर्देशित के बाद भी बोर्ड बैठक नही की। नगर परिषद के मिट्टी के ठेके व नाकारा सामग्री निलामी में भ्रष्टाचार किया।
-पार्टी के शीर्ष नेताओं का स्वार्थ सिद्घ नही हो सका, इसलिए षडयंत्र रचा
नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला ने कहा कि उनकी ही कांग्रेस पार्टी के जिले के कुछ शीर्ष नेताओं के स्वार्थ सिद्ध नहीं हो सके इसलिए भूमाफियों के साथ मिलकर मेरे खिलाफ षडयंत्र रखा गया। मेरे ऊपर लगाए सभी आरोप बेबुनियाद है। कांग्रेस पार्षदों के इस कृत्य के खिलाफ पार्टी के आला कमान को अवगत कराया जाएगा।
-पार्षदों को समझाया जाएगा
इस सम्बंध में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा ने कहा कि हमारी कांग्रेस पार्टी के पार्षदों की समस्या को बैठक सुना जाएगा व उन्हे समझाया जाएगा। फिलहाल पार्षदों व सभापति ने उन्हे इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नही दी है।
-नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
इस सम्बंध में अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचरण शर्मा ने कहा कि नगर परिषद के पार्षदों की ओर से सभापति व उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र जिला प्रशासन केा दिया गया। इसके लिए प्रशासन की ओर से नगर पालिका अधिनियम 2009 के तहत सात दिन से तीस दिन के बीच नियमानुसार कार्रवाई की प्रक्रिया की जाएगी।