एडवांस एम्बुलेंस का स्टॉफ हस्ताक्षर कर गायब, २६ बार फोन किया लेकिन नहीं उठाया, मरीज की कोटा में मौत
झालावाड़Published: Jun 15, 2019 11:02:34 am
मोर्निंग स्टाफ आने के बाद रैफर हुआ मरीज लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
एडवांस एम्बुलेंस का स्टॉफ हस्ताक्षर कर गायब, २६ बार फोन किया लेकिन नहीं उठाया, मरीज की कोटा में मौत
झालावाड़. पिड़ावा. राजकीय एसआरजी चिकित्सालय का स्टाफ अपनी ड्यूटी के प्रति कितना लापरवाह है, इसका नजारा गुरुवार रात को देखने को मिला। जब पिड़ावा से मारपीट में गंभीर घायल युवक पूरसिंह में रैफर होकर एसआरजी चिकित्सालय आया तो यहां इमरजेंसी से सर्जिकल आईसीयू में भर्ती कर दिया। जबकि स्थिति गंभीर होने से उसे एएलएस एम्बुलेंस (एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस) से कोटा रैफर करना था लेकिन नाइट स्टाफ नीतेश वर्मा हस्ताक्षर कर चिकित्सालय से कहीं चला गया। इसके बाद चिकित्सालय के अन्य स्टाफ ने करीब २६ बार फोन किया, लेकिन नर्सिंग स्टाफ ने ना तो फोन उठाया और न ही दुबारा फोन किया। बाद में २ बजे नीतेश का फोन आया कि मैं अभी जनाना चिकित्सालय में हूं पांच मिनट में आ रहा हूं। लेकिन एक घंटे तक इंतजार किया नहीं आने पर सुपरवाईजर ने फिर फोन लगाया लेकिन नहीं वह नहीं आया बाद में फोन स्वीच ऑफ आया।
ऐसे में रात के ११ से सुबह के आठ बजे गए। मॉर्निंग स्टाफ आने के बाद मरीज को एएलएस द्वारा कोटा रैफर किया गया। लेकिन मरीज के गंभीर घायल होने व समय से इलाज नहीं मिलने से दोपहर को कोटा में एक निजी चिकित्सालय में मरीज पूरसिंह (३५) पुत्र रतनसिंह निवासी खारपा कलां ने दम तोड़ दिया।
इधर, पिड़ावा सीआई रामकिशन मेघवंशी ने बताया की मारपीट में युवक के सिर, हाथ व पैर पर गंभीर चोटे होने के कारण वह बेहोशी की हालात में था। इसलिए पुलिस को बयान नहीं दे पाया। युवक की कोटा के हॉस्पिटल में मौत हो गई है। युवक के भाई द्वारा रिपोर्ट देने पर मामला दर्ज कर जांच की जाएगी।
हटा दिया है
& एएलएस एम्बुलेंस नर्सिंग कर्मी नीतेश वर्मा हस्ताक्षर करके कहीं चला गया था। उसे सुबह ही तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
डॉ. दीपक गुप्ता, अधीक्षक, एसआरजी चिकित्सालय, झालावाड़