यह बात पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने कही। वे बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पक्ष में बोरी क्षेत्र में चुनावी सभा से पूर्व झाबुआ आए थे। उन्होंने झाबुआ का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां मनरेगा के अंतर्गत जो काम होता था वो सब बंद है। आज 4 से 5 गाड़ी भर-भरकर सब गुजरात जा रही है। भाजपा कुछ चंद बड़े उद्योगपतियों तक सीमित रह गई है और उन्हीं को ही फायदा पहुंचाया जा रहा है। छोटा और मध्यम श्रेणी का व्यापार और उद्योगपति आज हाशिए पर है।
भाजपा को जनता ने 2018 में ही नकार दिया हाल ही में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के द्वारा दिवाली के बाद सरकार बदलने संबंधी बयान को लेकर उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही था तो 2018 के चुनाव में जनता ने उन्हें क्यों नकार दिया। देश में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 45 साल में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं रही है। दुख इस बात का है कि नरेंद्र मोदी की सरकार बेरोजगारी विषय पर कोई चर्चा भी नहीं कर रही है। उनकी कोई योजना भी नहीं है। अब स्थिति ये हो गई है कि एमटीएनएल के 25 हजार कर्मचारियों को दो महीने से तनख्वाह नहीं मिली है। बीएसएनएल के सवा लाख लोग हैं, उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां के लोगों को नौकरी मिल रही है। राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा न्यायालय के फैसले का इंतजार करेंगे। कांग्रेस शुरू से ही ये कहती आ रही है कि जो भी न्यायालय का फैसला होगा उसे मान्य करेंगे।