मुंगराबादशाहपुर के एक गांव की महज 8 वर्षीय मासूम बच्ची गांव में ही अपने भाई के साथ कबाड़ बीन रही थी। तभी वहां कुछ युवक आ पहुंचे। एक ने भाई को गुटखा लाने भेज दिया और बालिका को रोक लिया। उसके जाते ही सभी बालिका को वहां से उठा ले गए। सुनसान जगह पर जाकर उसके साथ गैंग रेप किया। फिर खून से लथपथ बेहोश बालिका को सड़क किनारे फेंक गए। वापस आने पर भाई को उसकी बहन नहीं मिली तो परेशान हो गया। घर जाकर बताया तो परिजन तलाश में निकले।
कुछ दूर पर सड़क के किनारे बच्ची को निर्वस्त्र हालत में देख उनके होश उड़ गए। उसके आंतरिक अंग से रक्तस्राव हो रहा था। बच्ची की हालत देख उसके साथ हुई दरिंदगी को समझते परिजन को देर नहीं लगी। वे तत्काल उसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ केंद्र गए। जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बेटी पर हुए ज़ुल्म की खबर परिजन ने कोतवाली में दी लेकिन कोतवाल शशिभूषण राय को फुर्सत नहीं मिली कि परिजन से मिल कर मामले की तहरीर लेते और कार्रवाई होती। वे तो साफ तौर पर घटना से इंकार करते रहे।