रामपुर थाना क्षेत्र के गंधौना गांव में बीती एक जुलाई को दीपक दुबे ने रामपुर थाने पर तहरीर देकर आरोप लगाया कि दलित बस्ती के तीन लोगों ने मारपीट कर सोने की चेन और पाँच हजार रुपये छीन लिए। तहरीर मिली तो पुलिस ने बिना जांच किये मामला दर्ज कर लिया। इसमें तीन लोगों को नामजद किया गया। इसी में एक नाम रिंकू का भी दर्ज हुआ। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने जब विवेचना शुरू की तो अचानक उनके होश उड़ गए। नामजद आरोपितो में रिंकू एक तीन वर्ष का बालक निकला। जांच अधिकारी ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी तो उन्होंने फटकार लगाना शुरू कर दिया। किसी भी तरह बच्चे का नाम हटाने का निर्देश दिया। डांट पड़ने से घबराई रामपुर पुलिस लीपापोती में जुट गई। किसी तरह रिंकू का नाम मुकदमे से बाहर निकाला गया। हालांकि पुलिस ने उसका नाम तो जरूर निकाल दिया लेकिन उनकी ये लापरवाही क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है। रामपुर एसओ विनोद मिश्रा ने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं था।
BY- Javed Ahmad