आधुनिक मशीनों से किया जाएगा डीआईसी यूनिट में उपचार
डीआईसी यूनिट में श्रवण बाधित बच्चों की जांच आधुनिक मशीनों से होगी। जिले में बेरा टेस्ट की सुविधा जिले में अब नहीं मिल पाई है। डीआईसी यूनिट के संचालन के साथ ही यहां आडियोमेट्री जांच की सुविधा भी होगी। बड़े अस्पतालों की तरह नवजात के जन्म के बाद ही हेयरिंग टेस्ट कराया जा सकता है इससे नवजात के श्रवण परीक्षण का यूनिट में जांच कराया जा सकता है। वहीं जिले में श्रवण बाधित दिव्यांगों को सर्टिफिकेट के लिए तैयार कराने के लिए सिम्स में रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ता है। यहां उनके सुनने की क्षमता जांची जाती है। मरीज कितना सुनने की क्षमता रहता है। इसी आधार पर डॉक्टर दिव्यांग सर्टिफिकेट तैयार करते हैं। मगर अभी लोगों को इसके लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दूसरे जिलों तक ही दौड़ लगानी पड़ रही है।
जिला अस्पताल परिसर में डीआईसी यूनिट का निर्माण कराया रहा है। यहां मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के मुफ्त में इलाज सुविधा डीआईसी यूनिट में मिलेगी। कुछ मशीनें भी यूनिट के लिए आ चुकी है। डॉक्टरों की मांग की गई है। इसके बाद यूनिट का संचालन शुरू कराया जाएगा।
डॉ. विजय अग्रवाल, सीएमएचओ