दो साल से कमाने-खाने परदेस में है महिला
इस संबंध में ग्राम महेंदी के ग्राम कोटवार से जानकारी ली गई तो दोनों ने ही बताया कि शिवकुमारी पिता उमेंदराम पटेललंबे समय से गांव में नहीं है। कमाने-खाने के लिए परिवार के साथ परदेस गई है। इस बात की पुष्टि शिवकुमारी के पति ने भी की जब पत्रिका रिपोर्टर से मोबाइल पर उससे बात की तो बताया कि दो साल से वह गांव नहीं लौटी है। मैं बीच में आया था।
-पक्षकारों की पहचान के लिए रजिस्ट्री के दौरान दस्तावेज में दो गवाहों का बयान लिया जाता है। हर एक पक्षकार को नाम से जानना-पहचाना संभव नहीं रहता। हमारा काम रजिस्ट्री कराना होता है। अगर ऐसा होता है तो इसके लिए गवाही देने वाले दोषी होंगे।
चित्रसेन पटेल, जिला पंजीयक