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जांजगीर चंपा

जब प्रशासन ने नहीं ली सुध तो ग्रामीणों ने खुद संभाली तालाब के सफाई की जिम्मेदारी

– ग्राम पंचायत हरदी के लोग रमाई तालाब के गंदा पानी से अच्छे खासे परेशान थे। तालाब के पानी से लोगों को चर्म रोग की शिकायत हो रही थी। पानी गंदा होने के कारण लोगों को और भी कई तरह की शिकायत हो रही थी। जिसके चलते ग्रामीण परेशान थे। इसके लिए ग्रामीणों ने पहले प्रशासन से बजट की मांग की गई कि तालाब की साफ-सफाई कराई जाए

जांजगीर चंपाJan 14, 2019 / 02:40 pm

Shiv Singh

जब प्रशासन ने नहीं ली सुध तो ग्रामीणों ने खुद संभाली तालाब के सफाई की जिम्मेदारी

जब प्रशासन ने नहीं ली सुध तो ग्रामीणों ने खुद संभाली तालाब के सफाई की जिम्मेदारी

जांजगीर-चांपा. अकलतरा ब्लाक के हरदी महामाया ग्राम के तालाब की साफ-सफाई के लिए जब प्रशासन ने सुध नहीं ली तो गांव के लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर तालाब की सफाई करा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने तालाब के पार को तोडक़र उसमें का पानी बाहर निकाल रहे हैं और जब तालाब की सफाई हो जाएगी तो उसमें नया पानी बारिश के दिनों में भरेंगे।
ग्राम पंचायत हरदी के लोग रमाई तालाब के गंदा पानी से अच्छे खासे परेशान थे। तालाब के पानी से लोगों को चर्म रोग की शिकायत हो रही थी। पानी गंदा होने के कारण लोगों को और भी कई तरह की शिकायत हो रही थी। जिसके चलते ग्रामीण परेशान थे। इसके लिए ग्रामीणों ने पहले प्रशासन से बजट की मांग की गई कि तालाब की साफ-सफाई कराई जाए, लेकिन प्रशासन ने इसके लिए सुध नहीं ली। जिसके चलते ग्रामीणों की समस्या नहीं सुलझ रही थी। ग्रामीण साल दो साल तक प्रशासन से अपेक्षा कर नजरें गड़ाई थी, लेकिन प्रशासन से किसी तरह का सहयोग नहीं मिलने से ग्रामीणों ने सफाई का बीड़ा खुद उठाया और ग्रामीण आपस में चंदा इकट्ठा कर तालाब की सफाई का जिम्मा उठाया। ग्रामीणों ने इसके लिए बड़ी पहल की और आपस में चंदा इकट्ठा करने कवायद शुरू कर दी है। कोई एक हजार रुपए चंदा दे रहा है तो कोई दो हजार। कोई श्रम दान कर सहयोग करने की बात कर रहा है तो कोई अन्य माध्यम से सहयोग देने का बीड़ा उठाया है। ऐसे में ग्रामीणों की एकजुटता रंग लाई और तालाब की सफाई के लिए पूरे ग्रामीण इस दिशा में व्यापक सहयोग कर रहे हैं।

मिट्टी का भी करेंगे खाद के लिए इस्तेमाल
तालाब की खुदाई से किसानों को आम के आम गुठलियों के भी दाम मिलेगा। तालाब में सालों से जमें कीचड़ की सफाई कराई जाएगी। तालाब में जो गंदा मिट्टी है उसकी भी बिक्री की जाएगी। प्रत्येक ट्रैक्टर को १०० से २०० रुपए में बिक्री की जाएगी। इससे एक ओर ग्रामीण किसानों को खाद भी मिल जाएगा तो वहीं तालाब की सफाई भी
हो जाएगी।

निस्तारी के लिए बोर कराया
पानी की समस्या से ग्रामीणों को जूझना न पड़े जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने पहले बोर की खुदाई कराई। ताकि लोगों को किसी तरह की समस्या न हो। इसके लिए बोर की खुदाई कराकर टंकी का निर्माण कराया और पानी की समस्या से निजात दिलाई। बोर से भरपूर पानी निकल रहा है। इससे ग्रामीणों को निस्तारी के लिए किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।

क्या कहते हैं ग्रामीण

&सभी लोगों की सहयोग से तालाब की सफाई करने का बीड़ा उठाया है। शासन-प्रशासन से हमें कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ है। सभी मिलकर तालाब की सफाई में जुटे हुए हंै।
मनराखन साहू, ग्रामीण

&कई दशक से तालाब की सफाई नहीं होने से पानी का रंग मटमैला हो गया था और निस्तारी करने से कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा था। जिससे सरपंच को बोलकर सहयोग सभी मिलकर कर रहे हैं।
गोपीचंद यादव, ग्रामीण

&तालाब का पानी गंदा होने के कारण कई प्रकार की बीमारियों से परेशान होने की वजह से यह कदम उठाया जा रहा है। भविष्य में यह परेशान विकराल होने से पहले सफाई की जा रही है।
जीराखन यादव, ग्रामीण

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