1 अप्रैल से नई गाइडलाइन होगी जारी
बता दें, हर साल 1 अप्रैल से जमीन की नई कीमतें तय होती है। यानी पूरे प्रदेश में नई गाइडलाइन जारी होती है। इसमें जमीन के भाव ऊपर-नीचे होते हैं। ऐसे में मार्च माह में लोग ज्यादा जमीन की खरीदी-बिक्री करना चाहते हैं ताकि अगर नई गाइडलाइन में अगर जमीन के सरकारी रेट बढ़ेंगे तो रजिस्ट्री का खर्च ज्यादा आएगा। इस साल भी जिले में नई गाइडलाइन को लेकर बैठक हो चुकी है। बैठक में जो भी नई गाइडलाइन तय की गई है, उसे राज्य कार्यालय को भेजा जाएगा। जहां से अंतिम मुहर लगेगी।
अविभाजित जांजगीर-चांपा और सक्ती जिले को मिलाकर जिला पंजीयक विभाग को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 100 करोड़ रुपए आय का लक्ष्य मिला है। लेकिन इस साल जिस तरह से कम रजिस्ट्री हुई है उससे यह लक्ष्य हासिल कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है। हालांकि सक्ती जिले में स्थिति थोड़ी अच्छी है। बताया जा रहा है कि नवंबर-दिसंबर का माह विस चुनाव के चलते जमीन की खरीदी-बिक्री प्रभावित हुई। दफ्तरों में गिनती के रजिस्ट्री हुई। इसके बाद जनवरी माह में नया एनजीडीआरएस सिस्टम लागू कर दिया गया। जिसके बाद से परेशानी और बढ़ गई है। सिस्टम ही लोगों को समझ नहीं आ रहा है जबकि नए सिस्टम के तहत सारा कुछ पक्षकारों को बाहर से ऑनलाइन कराकर लाना है। दफ्तर में केवल फोटो खिंचाने के साथ ही रजिस्ट्री हो रही है।
जानिए अवकाश के इन तारीखों में खुले रहेंगे दफ्तर
शनिवार 16 मार्च 2024
रविवार 17 मार्च 2024
शनिवार 23 मार्च 2024
शुक्रवार 29 मार्च 2024
शनिवार 30 मार्च 2024
रविवार 31 मार्च 2024
इस माह छह शासकीय अवकाशों के दौरान भी जिले में सभी उप पंजीयक कार्यालय खुले रहेंगे और पंजीयन का काम होगा। राजस्व प्राप्ति लक्ष्य का करीब 75 फीसदी लक्ष्य हासिल हो गया है। शेष लक्ष्य भी हासिल कर लेंगे।
चित्रसेन पटेल, जिला पंजीयक