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राजधानी गए तो 900 रुपए टीए-डीए, पास के स्कूलों का दौरा किया तो भी इतने का ही बिल

locationजांजगीर चंपाPublished: Dec 10, 2018 12:50:49 pm

Submitted by:

Shiv Singh

शासन को लाखों का चूना लगाने का खेल

शासन को लाखों का चूना लगाने का खेल

शासन को लाखों का चूना लगाने का खेल

जांजगीर-चांपा. विकासखंड शिक्षा अधिकारी व सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा स्कूलों के निरीक्षण के नाम पर फर्जी बिल व्हाउचर बनाकर शासन को लाखों का चूना लगाने का खेल जैजैपुर ब्लाक में धड़ल्ले से चल रहा है। अधिकारियों द्वारा दौरा किया जा रहा है या नहीं लेकिन वे अपनी जेबे भरने के लिए हर माह पांच से सात हजार रुपए का टीए डीए जरूर बना रहे हैं।
वहीं स्कूलों में शिक्षा की स्थिति जस की तस है। इस बात का जीता जागता उदाहरण जैजैपुर ब्लाक में सामने आया है। जिसमें एबीईओ रामकुमार साहू ने स्कूलौ का दौरा किया ही नहीं और उसने हर माह पांच से सात हजार रुपए का टीए -डीए बिल बना लिया है। जबकि स्कूल के निरीक्षण प्रतिवेदन में उनका दौरा ही नहीं दिखा रहा है। दिलचस्प बात यह है इन्होंने जब बिल बनाया है तो शहर एवं गांव की दूरी को आंख मूंदकर बना दिया है। एक ओर रायपुर जाने में भी उन्हें ढाई घंटे का समय लगा है तो वहीं पास के पांच किलोमीटर की दूरी जाने में भी ढाई घंटे लगा है। वहीं खर्च की राशि में भी कोई अंतर नहीं बताया है।

जैजैपुर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में टीए- डीए के नाम पर मनमाफिक भुगतान किए जाने का एक अनोखा मामला सामने आया है। सूचना के अधिकार से मिली जानकारी के अनुसार जैजैपुर एबीईओ राम कुमार साहू के द्वारा किये गये यात्रा के संबंध में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी ली गई तो जानकारी चौकानी वाली सामने आई है।
एबीईओ राम कुमार साहू ने जहां भी दौरा किया है उन्हे दौरा स्थल पहुंचने में ढाई घंटे ही लगा है। चाहे एबीईओ ने 9 किलो मीटर दूर के स्कूलों का किया हो या फिर जांजगीर कलेक्टोरेट में किसी काम से गये हों। इतना ही नहीं उन्होंने रायपुर जाने में भी ढाई घंटे का समय लगाया है और इस हिसाब से बिल पेश किया है। चौकाने वाली बात यह है कि टीए- डीए बिल में जिस दिन उन्होंने दौरा किया है उस दिन के स्कूलों के निरीक्षण पंजी रिकार्ड में उनका दस्तखत ही नहीं है।
इस मामले में बीईओ के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगा है। हद तो तब हो गई जब एबीईओ राम कुमार साहू के दौरा को बीईओ ने प्रमाणित कर सही बताया है और उन्हें यात्रा के दौरान हुए खर्च की हजारों रुपए का बिल भुगतान भी करवाया है।


इस तरह की गड़बड़ी
एबीईओ ने ब्लाक मुख्यालय जिला मुख्यालय सक्ती गए तो 856 रुपए का टीए डीए बनाया है। वहीं रायपुर गए तो 936 रुपए का बिल पेश कर इतनी राशि का आहरण किया है। इसी तरह उन्होंने आसपास के स्कूलों का दौरा किया है तो 856 रुपए का बिल पेश किया है। वहीं बीईओ कार्यालय में मीटिंग में गए हैं तो भी सात से आठ सौ रुपए का बिल पेश कर शासन को मोटी रकम का चूना लगाकर हर माह छह से सात हजार रुपए का आहरण किया है।


पुरे दिन तक एक ही स्कूल का निरीक्षण
राम कुमार साहू ने जिस भी स्कूल का निरीक्षण किया है उन स्कूल में उनको निरीक्षण करने मे पूरा दिन लग गया है। इनको द्वारा किस तरह का स्कूल निरीक्षण किया गया है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक दिन में केवल एक ही स्कूल का निरीक्षण किस प्रकार से किया गया होगा।


एबीईओ ने नहीं दिया कोई जवाब
इस सबंध मे सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रामकुमार साहू से उनका पक्ष जानने के लिये उन्होंने फोन लगाया गया, लेकिन वे फोन नहीं उठाया। उनके वाट्सएप पर भी मेसेज कर उनका पक्ष जानने कि कोशिश की गई पर रामकुमार साहू ने अपना पक्ष रखना मुनासिब नहीं समझा।


केस 1
सूचना के अधिकार से मिली जानकारी के अनुसार एबीईओ राम कुमार साहू ने दो जनवरी 2017 को सुबह 8 बजे स्कूल निरीक्षण के लिए हरेठीकला गये जो जैजैपुर से महज 13 किलो मीटर है। यहां पहुंचने में एबीईओ को 2 घंटा 30 मिनट लगा है। वहीं उन्हें वापस विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आने में 2 घंटा लगा है। इस दिन का उन्होंने 92 रुपए का बिल पास कराया है।


केस 2
एबीईओ के द्वारा 13 नवम्बर को बेलादुला के स्कूल का निरिक्षण किया गया। जिसकी दूरी मिली जानकारी के अनुसार महज 9 किलो मीटर है राम कुमार साहू सुबह 8 बजे निरिक्षण के लिये निकले थे तो 10.30 बजे पहुंचे वहीं स्कूल का निरिक्षण कर बेलादुला से दोपहर 2 बजे निकले तो साम 4 बजे विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे। इस दिन का बिल उन्होंने पांच सौ रुपए लगाया है।


केस 3
एबीईओ ने 20 अप्रैल 2017 को जैजैपुर से धुरकोट ओपन परीक्षा पर्यवेक्षक के लिये सुबह 8 बजे जैजैपुर से निकले थे तो 10.30 बजे पहुंचना बता रहे हैं। वही जैजैपुर से धुरकोट की दूरी 72 किलोमीटर बता रहे है इनके द्वारा जहां भी दौरा किया गया है वहां पहुंचने मे इनकों 2 घंटा 30 मिनट लगने कि बात समझ से परे है। इस दिन का बिल उन्होंने 800 रुपए लगाया है।


केस 4
ब्लाक मुख्यलय जैजैपुर से राजधानी रायपुर जाने में एबीईओ को 2 घंटा 30 मिनट लगा है। जबकि जैजैपुर से रायपुर की 214 किलो मीटर है जबकि बस हो या ट्रेन या फिर मोटर साइकिल से भी जैजैपुर से रायपुर जाया जाये तो भी किसी हालत मे 2 घंटा 30 मिनट में रायपुर पहुंचना मुश्किल है इस दिन का उन्होंने 288 रुपए बिल लगाया है। ऐसे में संंबंधित के टूर को लेकर कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं।

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