आपको बता दें कि 2013 में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुलमुला का निर्माण उसे शुरू किया गया था। शासन ने वहां एक लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति भी की थी, लेकिन आज तक मुलमुला क्षेत्र के ग्रामीणों को लैब की सुविधा नही मिल पाई है। इस सुविधा को सुचारु रूप से मुहैय्या कराने के लिए मुलमुला क्षेत्र के जनपद सदस्य व ग्रामीणों ने कई बार कलेक्टर के जनदर्शन में जाकर मांग रखी।
कुछ माह में ही ट्राइबल हॉस्टल हुआ जर्जर, अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत से हुआ घटिया निर्माण इसके साथ ही उच्च अधिकारियों सहित क्षेत्र के विधायक से भी लैब सुविधा ग्रामीणों के लिए उपलब्ध कराने की मांग की गई थी, लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी अपने कार्यकाल में विधायक यह छोटा से कार्य नहीं कर पाए हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी तो आते-जाते रहते हैं, लेकिन विधायक तो उनके बीच का ही नेता है उसे तो उनकी समस्या पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन विधायक जांगड़े ने अपने लभग पांच साल के कार्यकाल में संसदीय सचिव जैसे अहम पद में होने के बाद भी किसी प्रकार का प्रयास नहीं किया। यहां पदस्थ लैब टेक्नीशियन को पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अटैच करके रखा गया है और कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
15.20 किलोमीटर दूर है लैब
क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि लैब सम्बंधित जांच के लिए उन्हें 15 से 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। किसी भी मरीज को अगर खून, पेशाब जांच करवाना है तो उसे पामगढ़, अकलतरा, मस्तूरी या फिर बिलासपुर जाना पड़ता हैं। यदि यह सुविधा मुलमुला में होती तो ग्रामीणों को यह परेशानी न होती।
-इसकी जानकारी नही थी लैब के लिए तत्काल बीएमओ से बात करके वहां लैब सुविधा मुलमला में चालू कराया जायेगा- सागर सिंह राज, एसडीएम पामगढ़