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एएमयू से पीएचडी कोर्स छोड़ आतंक का दामन थामने वाले मन्नान वानी समेत दो आतंकी मुठभेड़ में ढेर

locationजम्मूPublished: Oct 11, 2018 05:49:24 pm

मृत आतंकी मन्नान वानी ने इस साल की शुरुआत में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का पीएचडी कोर्स छोड़कर हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ थाम लिया था…

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(श्रीनगर): जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। इन दोनों में से एक आतंकी की पहचान हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर मन्नान वानी के तौर पर हुई है। मन्नान वानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (अमू) का पूर्व छात्र था। वानी इसी साल एएमयू से लापता हुआ था। बाद में खबर आई कि वह आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था।


आतंकी की मौत पर बंद की घोषणा

एएमयू ने मन्नान वानी को निष्कासित कर दिया था। उसके साथ एक और आतंकी भी मारा गया है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रखा है। आतंकी की मौत पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हमें दुख है की हमारे पढ़े-लिखे युवा मारे जा रहे हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों को एक साथ होकर पाकिस्तान से वार्ता कर इस मुद्दे को खत्म करना चाहिए। उधर, अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी मन्नान वानी कि मौत का दुख जताते हुए शुक्रवार को बंद की घोषणा की है।


पीएचडी कोर्स छोड़कर थामा आतंक का दामन

सूत्रों के मुताबिक, हंदवाड़ा के शाटगुंड इलाके में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक संयुक्त ऑपरेशन में यह कामयाबी मिली। बताया जा रहा है कि मुन्नान वानी के लिए टेलिग्राम चैनल पर एक संदेश भी जारी हुआ है कि, ‘डॉक्टर वानी को शहादत मिली। अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दें।’ मन्नान वानी ने इस साल की शुरुआत में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का पीएचडी कोर्स छोड़कर हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ थाम लिया था।


मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की सूची में था नाम

हिज्बुल ने उसे कुपवाड़ा का कमांडर बनाया गया था। मन्नान के हिज्बुल जॉइन करने के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियों को उसकी तलाश थी। सेना द्वारा जारी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट की सूची में मन्नान का भी नाम शामिल किया था। आतंकी फायरिंग के जवाब में सेना के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की, जिसके बाद इलाके में मौजूद उपद्रवियों ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया, लेकिन सीआरपीएफ जवानों ने आंसू गैस के गोले और पैलेट गन का इस्तेमाल कर सभी को एनकाउंटर साइट के आसपास से खदेड़ दिया। इस मुठभेड़ के बाद हिंसक प्रदर्शन से उपजे तनाव के कारण हंदवाड़ा में भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। कुपवाड़ा जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने और इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।

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