घटना तब हुई, जब जम्मू में ट्रांजिट कैंप से सीआरपीएफ के करीब 2,547 जवान 78 वाहनों के काफिले में आ रहे थे और श्रीनगर जा रहे थे। पुलिस सूत्रों ने कहा कि एक ‘फिदायीन’ ने लगभग 3.15 बजे अपने वाहन से बस को टक्कर मार दी, जो पहले से ही सड़क पर दूसरी ओर खड़ी थी। अचानक हमले से सीआरपीएफ के काफिले में शामिल जवान भी कुछ देर के लिए आश्चर्यचकित रह गए। सीआरपीएफ अधिकारियों ने स्वीकार किया कि आतंकवादियों के मुख्य लक्ष्य वाली बस पूरी तरह से नष्ट हो गई और सीआरपीएफ का एक अन्य वाहन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था। “यह विश्वास करना मुश्किल है कि बस में कोई भी कैसे जीवित रहेगा” एक पुलिस अधिकारी ने कहा। महानिरीक्षक (आईजी) सीआरपीएफ रविदीप सिंह के मुताबिक, काफिले में कई बसें शामिल थीं, आतंकियों ने आईईडी विस्फोट किया।
अधिकारियों के मुताबिक आईईडी को राजमार्ग पर एक कार के अंदर लगाया गया था और जब कार के करीब से सीआरपीएफ बसों-वाहनों का काफिला गुजरा, तो गाड़ी में बैठे फिदायीन ने टक्कर मार कर वैन में विस्फोट कर दिया। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यह एक फिदायीन हमला था, जिसे गुंडीबाग, पुलवामा के आतंकी आदिल अहमद ने अंजाम दिया है।