मुख्य चुनाव अधिकारी शैलेंद्र कुमार के अनुसार दूसरे चरण के मतदान में कुल मिलाकर 29 लाख 60 हजार 27 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे। इनमें 15 लाख 43 हजार 571 पुरुष मतदाता और 14 लाख 16 हजार 387 महिला मतदाता शामिल होंगे। 69 थर्ड जेंडर और 21056 सर्विस वोटर भी शामिल रहेंगे। उधमपुर लोकसभा सीट का क्षेत्रफल लगभग 20770 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो इजरायल देश के बराबर है। इस संसदीय सीट मे कुल 16,85,779 मतदाता है और इस संसदीय सीट के तहत छह जिलों की 17 विधानसभा सीटें आती हैं। जो छह जिले इस संसदीय सीट के तहत आते हैं, उनमें कठुआ, किश्तवाड़, रामबन, डोडा, रियासी व उधमपुर शामिल हैं। जो विधानसभा सीटें इसमें शामिल हैं, उनमें किश्तवाड़, इंद्रवाल, डोडा, भद्रवाह, रामबन, बनिहाल, गुलाबगढ़, रियासी, गूल,अरनास, चिनैनी, रामनगर, बनी, बसोहली, कठुआ, बिलावर व हीरानगर शामिल हैं।
जितेंद्र सिंह दूसरी बार उधमपुर-कठुआ -डोडा से चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 मे उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आज़ाद को लगभग 60 हज़ार वोटो के अंतर से हराया था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के करिश्में के सहारे हैं, वहीं विपक्ष उनके केंद्रीय राज्य मंत्री होते हुए चुनाव क्षेत्र के लोगो से संपर्क मे न होने को चुनावी मुद्दा बना रहा है। उन पर पिछले साल कठुआ मे हुए बहुचर्चित बलात्कार और हत्या के मामले में जम्मू के पक्ष को ठीक से न रख पाने का भी आरोप लगा। लोगों का मानना है की जितेंद्र सिंह केंद्र सरकार के समक्ष सीबीआई जांच की मांग को प्रस्तुत करने में विफल रहे। वही श्रीनगर संसदीय क्षेत्र मे कुल 12.95 लाख से अधिक मतदाता 12 उम्मीदवारों के लिए अपने मत का प्रयोग करेंगे। श्रीनगर से नेशनल कांफ्रेंस से डॉ. फारूक अब्दुल्ला, भाजपा से खालिद जहांगीर प्रमुख उम्मीदवारों में हैं। डॉ. फारूक अब्दुल्ला को कांग्रेस ने समर्थन देते हुए श्रीनगर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है।