यह खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किश्तवाड़ ( SP KISHTWAR ) शक्ति पाठक ने वीरवार को पत्रकारों के सामने किया। उन्होंने घटना का खुलासा करते हुए कहा कि 16 वर्षीय युवक सुहेल और उसके तीन दोस्त चौगान ग्राउंड में ड्रोन उड़ाने की प्रेक्टिस कर रहे थे। ड्रोन वाईफाई के रेंज से बाहर हो गया और अनियंत्रित होकर ग्राउंड से बाहर रिहायशी इलाके की ओर चला गया। सुहेल व उसके दोस्तों ने ड्रोन को ढूंढ कर उसे फिर से मोबाइल रेंज में लाने का प्रयास किया परंतु वह दिखना बंद हो गया। उन्हें लगा कि ड्रोन गुम हो गया है, परंतु उन्हें यह नहीं पता था कि वह किश्तवाड़ जिला जेल के ऊपर से होते हुए उसके टावर से टकराकर जेल में ही गिर गया है।
पाठक ने बताया कि उन्हें यह बात अगले दिन तब पता चली, जब ड्रोन का किस्सा उन्होंने सोशल मीडिया व समाचारों में पढ़ा। वह डीएसपी सज्जाद के पास गए और उन्होंने यह बात कबूली की कि यह ड्रोन कैमरा उनका है। पाठक ने बताया कि ड्रोन को देखकर पुलिस पहले ही यह भांप गई थी कि यह ड्रोन किसी अन्य कार्य के इस्तेमाल केे लिए लाया गया है ,परंतु यह मामला उस समय संवेदनशील हो गया जब ड्रोन जेल पर मंडराने के बाद नीचे गिरा। उन्होंने कहा कि शादी समारोह के लिए लाए जाने वाले ड्रोन की जानकारी संबंधित पुलिस स्टेशन में दी जानी होती है। सुहेल ने ऐसा नहीं किया।
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