जम्मू-कश्मीर गृह विभाग के एक आदेश में कहा गया है कि सरकार कश्मीर घूमने के इच्छुक पर्यटकों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। लोगों का कहना है कि यात्रा प्रतिबंध को अब रद्द कर दिया गया है, हालत सुधर रहे हैं ऐसे में सरकार को इंटरनेट और संचार सुविधाओं की बहाली करनी चाहिए।
बंद में भी पर्यटकों को लुभाता रहा कश्मीर (Tourist Package For Kashmir)
हालाँकि, यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के बाद संचार पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी, लेकिन कश्मीर घूमने के लिए पर्यटकों के दरमियान उत्साह काम नहीं हुआ जो कठिन समय में कश्मीर की यात्रा करना पसंद करते थे। प्रतिबंध लगने के बाद भी 5 अगस्त से 1 अक्टूबर के बीच 4,231 पर्यटक घाटी की यात्रा कर चुके थे, जिसमें 1,728 बाहरी देशों के पर्यटक शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, ये पर्यटक ज्यादातर पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात से आए थे, जो लद्दाख में अपनी छुट्टियां बिताने से पहले श्रीनगर में रुके थे। उन्होंने कहा, “अगस्त में बहुत कम पर्यटक आए। अक्टूबर में धीरे-धीरे कुछ पर्यटक आने लगे जिन्होंने कश्मीर और लद्दाख दौरे के लिए पैकेज को लेकर पूछताछ की।
सूत्रों ने कहा कि थाईलैंड और इजरायल के आगंतुकों ने भी पिछले दो महीनों के दौरान कश्मीर में छुट्टियां बिताईं। लोगों का कहना है कि प्रतिबंध को अब रद्द कर दिया गया है, हालत सुधर रहे हैं ऐसे में सरकार को इंटरनेट और संचार सुविधाओं की बहाली करनी चाहिए।
पर्यटकों को मिली सभी सुविधा
एक ट्रैवल एजेंट, जिसे थाईलैंड से पर्यटकों का एक समूह मिला है, ने कहा कि पर्यटकों द्धारा उनके लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए असाधारण व्यवस्था की गई थी। ज्यादातर पर्यटक श्रीनगर में रहे। हमारे कर्मचारी उनके साथ हर जगह की यात्रा पर जाते थे। (Gulmarg) गुलमर्ग, (Pahalgam) पहलगाम और (sonmarg) सोनमर्ग सहित कई स्थानों पर उन्हें रात में ठहरने की अनुमति नहीं दी गई थी। स्थायी रूप से कश्मीर में पर्यटन के दो महीने खो गए, विशेष रूप से उन पर्यटकों को जो कश्मीर की खोज में पूजा की छुट्टियां बिताते हैं।