देवी-देवताओं के चित्रों से सजेगा
इस स्वर्णिम प्रवेश द्वार में विभिन्न देवी-देवताओं के चित्र अंकित होंगे। मां वैष्णो देवी के इस स्वर्णिम प्रवेश द्वार पर गुबंद के साथ ही तीन सोने के झंडे तथा विशाल स्वर्णयुक्त छत्तर होगा तो वहीं मां वैष्णो देवी के नौ रूप स्वर्ण युक्त चित्र अंकित होंगे। जिनमें महागौरी, सिद्धिदात्री, कालरात्रि, चामुंडा, ब्रह्मचारिणी आदि प्रमुख हैं। वहीं प्रवेश द्वार के दाएं तरफ महालक्ष्मी का करीब 6 फीट लंबा स्वर्णयुक्त चित्र अंकित होगा। इसी तरह दाएं तरफ स्वर्ण युक्त मां वैष्णो देवी की आरती होगी। स्वर्ण युक्त प्रवेश द्वार के मध्य में करीब 25 किलो की सोना व चांदी युक्त घंटी होगी। इसी तरह स्वर्ण युक्त इस प्रवेश द्वार के भीतर त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु, महेश के साथ ही भगवान सूर्य देव के चित्र अंकित होंगे। साथ ही प्रवेश द्वार की ऊपरी सतह पर भगवान गणेश के साथ ही हनुमान के स्वर्ण युक्त चित्र अंकित होंगे।
सोने से साथ लगा रहे चांदी और तांबा
प्रवेश द्वार को मजबूत बनाने के लिए सोने के साथ ही तांबा तथा चांदी का भी उपयोग हो रहा है। आपको बता दें कि आने वाले सालों-साल तक इस प्रवेश द्वार की चमक-दमक बरकरार रहे इसके लिए इस प्रवेश द्वार को मजबूती देने के लिए सोने के साथ ही चांदी तथा तांबे का उपयोग किया जा रहा है। जिसमें 1000 किलो तांबा तथा 1000 किलो चांदी के साथ ही करीब 10 किलो सोने का इस्तेमाल किया जा रहा है। ताकि सालों साल तक इस प्रवेश द्वार की मजबूती बनी रहे। जिसके लिए 20 के करीब विशेषज्ञ कारीगर अपनी सेवाएं दिन-रात दे रहे हैं। और वैष्णो देवी भवन पर ही इसके लिए विशेष वर्कशॉप बनाई गई है। जहां कारीगर लगातार इस स्वर्ण युक्त प्रवेश द्वार को समय पर तैयार करने में जुटे हुए हैं।